BOOK TWO. THE BOOK OF THE TRAVELLER OF THE WORLDS
Canto Six. The Kingdoms and Godheads of the Greater Life
As one who between dim receding walls
Towards the far gleam of a tunnel’s mouth,
Hoping for light, walks now with freer pace
And feels approach a breath of wider air,
So he escaped from that grey anarchy.
ज्यों कोई धुंधली पीछे सरकती दीवारों के मध्य होकर
एक सुरंग-मुख की सुदूर झलकती प्रकाश किरण कीओर,
प्रकाश की आशा करता, मुक्त चाल से आगे बढ़ने लगे
और विशालतर वातावरण के एक श्वास का अनुभव पाये,
इस प्रकार अश्वपति उस धूसर अराजकता से बच निकला।
Into an ineffectual world he came,
A purposeless region of arrested birth
Where being from non-being fled and dared
To live but had no strength long to abide.
वह इस निष्प्रभ जगत् में आ पहुंचा,
यह अवरुद्ध जन्म का एक उद्देश्यहीन क्षेत्र था
जहां पर सत्ता असत् से निकल भागी थी और जीने का
दुःसाहस करती किन्तु उसमें दीर्घ जीवन हित सामर्थ्य नहीं था।
Above there gleamed a pondering brow of sky
Tormented, crossed by wings of doubtful haze
Adventuring with a voice of roaming winds
And crying for a direction in the void
Like blind souls looking for the selves they lost
And wandering through unfamiliar worlds;
Wings of vague questioning met the query of Space.
तभी वहां ऊर्ध्व में एक चिन्तनशील व्योम का मस्तक चमका
जो उत्पीड़ित था, जिसमें शंका के धूमिल पक्षी उड़ रहे थे
वे चक्रवाती हवाओं के एक घोष के साथ साहसी उड़ान भरते
उस शून्य में एक दिशा पाने हित शोर मचा रहे थे
अन्धी आत्माओं समान वे निज खोये आत्मतत्त्व को खोज रहे थे
और अनजाने लोकों के मध्य भटक रहे थे;
अब धूमिल प्रश्नों की पांखें उस आत्माकाश के खोजी से भेंटीं।
After denial dawned a dubious hope,
A hope of self and form and leave to live
And the birth of that which never yet could be,
And joy of the mind’s hazard, the heart’s choice,
Grace of the unknown and hands of sudden surprise
And a touch of sure delight in unsure things:
To a strange uncertain tract his journey came
Where consciousness played with unconscious self
And birth was an attempt or episode.
निषेध के पश्चात् एक संदिग्ध आशा की पौ फटी
व्यक्तित्व और आकार की और जीवित रहने की स्वीकृति मिली
और जो अभी तक अभिव्यक्त न हो सका उसके जन्म की आशा बनी,
मन का संकट के प्रति उल्लास जागा, हृदय का चुनाव जागा,
अज्ञेय की कृपा और देवहस्त का हठात् चमत्कार प्रकटा,
अनिश्चित द्रव्यों में एक निश्चित सुख का स्पर्श जाग उठा:
नृप की यात्रा एक विचित्र अस्थिर पगडंडी पर आ पहुंची थी
जहां पर चेतना अचेतनता से खेलती
और जहां जन्म एक प्रयास या प्रसंग था।
A charm drew near that could not keep its spell,
An eager Power that could not find its way,
A Chance that chose a strange arithmetic
But could not bind with it the forms it made,
A multitude that could not guard its sum
Which less than zero grew and more than one.[173]
एक मोहिनी खिंच कर पास आयी पर निज वशीकरण चला न पायी,
एक आतुर महाशक्ति जो निज मार्ग खोज न पायी,
एक दैवयोग जिसने एक विचित्र गणित को चुना था
किन्तु जिसके द्वारा स्वयं रचित आकारों को बांध नहीं पाया था,
एक बहुसंख्या जो अपने योगफल की रक्षा न कर सकी
जो शून्य से न्यून हो गयी और पूर्णांक से बढ़ गयी थी।
Arriving at a large and shadowy sense
That cared not to define its fleeting drift
Life laboured in a strange and mythic air
Denuded of her sweet magnificent suns.
एक विशाल और अवास्तविक धूमिल संवेदन पर पहुंची हुई शक्ति थी
जो इसके क्षणिक बहाव की व्याख्या करने की चिन्ता नहीं करती थी,
और एक विचित्र औ’ कल्पित परिवेश में श्रमरत रहती
यहांवह अपने मधुर भव्य सूर्यों की महिमा से वंचित थी।
In worlds imagined, never yet made true,
A lingering glimmer on creation’s verge,
One strayed and dreamed and never stopped to achieve:
To achieve would have destroyed that magic Space.
इन कल्पित लोकों में जो कभी भी सत्य नहीं बने थे
वह एक चिरकालिक प्रस्फुरण सम सर्जन के तट पर चिपकी,
भटकती और सपनाती औ’ सफल होने को कभी नहीं ठहरती:
सफल हो जाने से उस मायावी व्योम का अस्तित्व मिट जाता।
The marvels of a twilight wonderland,
Full of a beauty strangely, vainly made,
A surge of fanciful realities,
Dim tokens of a Splendour sealed above,
Awoke the passion of the eyes’ desire,
Compelled belief on the enamoured thought
And drew the heart but led it to no goal.
चमत्कारों की एक द्वाभा का यह जादुई-प्रदेश
एक वैचित्र्यमय सौन्दर्य से पूर्ण था, जिसे व्यर्थ ही रचा गया था,
कल्पित वास्तविकताओं का एक उमड़ता बहाव था,
ऊर्ध्व में मुहरबन्द एक दिव्य भव्यता के धूमिल चिह्न थे,
जो नेत्रों में कामना के भावावेश को जगाते थे,
मोहित विचार को विश्वास के लिए विवश कर देते
और ह्रदय को आकर्षित करते किन्तु किसी लक्ष्य तक नहीं पहुंचाते।
A magic flowed as if of moving scenes
That kept awhile their fugitive delicacy
Of sparing lines limned by an abstract art
In a rare scanted light with faint dream-brush
On a silver background of incertitude.
चल द़ृश्यों का मानों एक जादू चलता हो
जो अपनी क्षणभंगुर मृदुलता को तनिक देर ही रख पाते थे,
अल्प रेखाओं द्वारा चित्रित एक अमूर्त कला के ये द़ृश्य
जिन्हें एक अस्थिर अनिश्चय की रुपहली पृष्ठभूमिका पर
एक दुर्लभ अल्प प्रकाश में क्षीण स्वप्न-तूलिका से चित्रित किया हो।
An infant glow of heavens near to morn,
A fire intense conceived but never lit,
Caressed the air with ardent hints of day.
स्वर्गों की एक बाल-आभा किरण जो प्रभात के समीप थी,
एक गर्भायित प्रखर अग्नि किन्तु कभी प्रज्वलित न हो पायी थी,
वातावरण को दिवस के उत्कट चिह्नों से दुलराती थी।
The perfect longing for imperfection’s charm,
The illumined caught by the snare of Ignorance,
Ethereal creatures drawn by body’s lure
To that region of promise, beating invisible wings,
Came hungry for the joy of finite life
But too divine to tread created soil
And share the fate of perishable things.
अपूर्णता की मोहिनी हित यह परिपूर्ण लालसा
आदि अज्ञता के जाल में प्रबुद्धता पकड़ी गयी थी,
देह के प्रलोभन से आकर्षित सूक्ष्म-लोकोत्तरीय प्राणी
इस प्रत्याशा के क्षेत्र की ओर, अगोचर पंखों को फड़फड़ाते
नश्वर जीवन के सुख से आसक्त यहां आते
पर इस सृष्ट धरती की माटी पर विचरण हित वे नहीं बने थे
और नश्वर पदार्थों की नियति के भागीदार बनने को अति दिव्य थे।
The Children of the unembodied Gleam
Arisen from a formless thought in the soul
And chased by an imperishable desire,
Traversed the field of the pursuing gaze.
अशरीरी अलौकिक दीप्ति किरण के ये दिव्य बालवृन्द
एक आकारहीन विचार से आत्मा में जाग उठे थे
और एक अविनाशी कामना उनके पीछे लगी थी,
वे अनुसरण करती द़ृष्टि के क्षेत्र को पार कर गये।
A will that unpersisting failed, worked there:
Life was a search but finding never came.[174]
एक संकल्प जो आग्रहहीन और असफल था, वहां कर्मरत था
जीवन एक खोज था किन्तु यह उपलब्धि कभी न पा सका।
There nothing satisfied, but all allured,
Things seemed to be that never wholly are,
Images were seen that looked like living acts
And symbols hid the sense they claimed to show,
Pale dreams grew real to the dreamer’s eyes.
वहां सब लुभाता था पर तृप्ति कभी न दे पाता,
वस्तुओं के अस्तित्व का आभास लगता जो कभी पूर्ण न होता,
ऐसे प्रतिरूप दिखायी देते जो जीवित कर्मों समान दिखते
और प्रतीक उस अर्थ को छिपा लेते जिसे दिखाने का वे दावा करते,
स्वप्नद्रष्टा के नेत्रों के विवर्ण स्वप्न थे जो उसके लिए यथार्थ बन जाते।
The souls came there that vainly strive for birth,
And spirits entrapped might wander through all time,
Yet never find the truth by which they live.
ऐसी आत्माएं वहां आतीं जो व्यर्थ ही जन्म लेने का प्रयास करतीं
और जो जीव वहां फंसे थे वे चिरकाल तक भटकते,
तथापि जिस सत्य द्वारा वे जीवित थे उसे कभी न खोज पाते।
All ran like hopes that hunt a lurking chance;
Nothing was solid, nothing felt complete:
All was unsafe, miraculous and half-true.
एक छिपे अवसर को खोजती आशाओं समान वे सब दौड़ते;
वहां कुछ भी घनाकृति नहीं थी, कुछ भी पूर्णता की अनुभूति नहीं थी:
सब असुरक्षित था, अनोखा और अर्धसत्य था।
It seemed a realm of lives that had no base.
यह ऐसे प्राण-जीवनों का एक क्षेत्र था जिसका कोई आकार नहीं था।
Then dawned a greater seeking, broadened sky,
A journey under wings of brooding Force.
तब एक महत्तर खोज, एक विस्तृत आकाश उदित हो उठा,
ध्यानमग्ना आदिशक्ति के पंखों की छाया में एक यात्रा आरम्भ हो गयी।
First came the kingdom of the morning star:
A twilight beauty trembled under its spear
And the throb of promise of a wider Life.
सर्वप्रथम प्रभात के तारे का राज्य आया:
इसकी बरछी के तले एक द्वाभासित सुन्दरता कम्पित थी
और एक विशालतर प्राणशक्ति की प्रत्याशा की धड़कन थी।
Then slowly rose a great and doubting sun
And in its light she made of self a world.
तब मन्थर गति से एक महान् और संदिग्ध सूर्य उदित हुआ
और इसके प्रकाश में प्राणशक्ति ने निज अस्तित्व से एक जग रच डाला।
A spirit was there that sought for its own deep self,
Yet was content with fragments pushed in front
And parts of living that belied the Whole
But, pieced together, might one day be true.
एक चित् शक्ति वहां विद्यमान थी जो अपने गहन आत्मतत्त्व को खोजती,
फिर भी सामने फेंके गये अंशों से सन्तुष्ट हो जाती
और जीवन के उन भागों से जो पूर्णता का मिथ्याभास देते
किन्तु, एक साथ जोड़कर सम्भव है एक दिन सत्य घटित हो जाये।
Yet something seemed to be achieved at last.
तथापि अन्त में ऐसा लगा कि कुछ उपलब्धि हो गयी जैसे।
A growing volume of the will to be,
A text of living and a graph of force,
A script of acts, a song of conscious forms
Burdened with meanings fugitive from thought’s grasp
And crowded with undertones of life’s rhythmic cry,
Could write itself on the hearts of living things.
यह अस्तित्व में आने के संकल्प का एक बढ़ता परिमाण था
जीवन का एक मूलपाठ और ऊर्जा का एक पैमाना था
कर्मों की एक पाण्डुलिपि, सचेत आकारों का एक गीत था
जो अर्थों से बोझिल था पर विचार की पहुंच से परे था
और जीवन की संगीतमय घोषणा की अन्तर्गुंजनों से भरपूर था,
यह स्वयं को प्राणमय पदार्थों के हृदय पर लिपिबद्ध कर सकता था।
In an outbreak of the might of secret Spirit,
In Life and Matter’s answer of delight,
Some face of deathless beauty could be caught
That gave immortality to a moment’s joy,
Some word that could incarnate highest Truth[175]
Leaped out from a chance tension of the soul,
Some hue of the Absolute could fall on life,
Some glory of knowledge and intuitive sight,
Some passion of the rapturous heart of Love.
गुह्य परमा-चेतना के इस सामर्थ्यशाली एक प्रादुर्भाव में,
प्राणशक्ति और जड़तत्त्व के आनन्दपूर्ण प्रत्युत्तर में,
अमर सौन्दर्य का कोई भी रूप धरा जा सकता था
जो इस एक पल के हर्ष को अमरत्व प्रदान कर देता,
कुछ शब्द धरे गये जो सर्वोच्च सत्य को मूर्तित कर सके
ये उस जीवात्मा में संयोग से उठे तनाव से बाहर कूद आये थे,
प्राण पर सर्वेश्वर की कुछ आभा आ गिरी,
जो अन्तर्ज्ञान की कुछ महिमा और अन्तर्बोध की द़ृष्टि थी,
दिव्यप्रेम के हर्षोन्मादी अन्तर का कुछ आवेश था।
A hierophant of the bodiless Secrecy
Interned in an unseen spiritual sheath,
The Will that pushes sense beyond its scope
To feel the light and joy intangible,
Half found its way into the Ineffable’s peace,
Half captured a sealed sweetness of desire
That yearned from a bosom of mysterious Bliss,
Half manifested veiled Reality.
निराकारी परम-रहस्य का एक व्याख्याता बीज-मन्त्र था
जो एक अगोचर आध्यात्मिक कोष में नजरबन्द था,
वह आत्मसंकल्प था जो इन्द्रियबोध को अपनी सीमा से परे धकेलता है
स्पर्शातीत ज्योति और आनन्द की अनुभूति प्राप्त करने,
परम-अनिर्वचनीय की शान्ति में यह आधे मार्ग तक पहुंच गया
कामना की एक मुहरबन्द माधुरी को आधा पा गया
जो रहस्यमय परमानन्द के वक्ष से उत्कंठित ललक रही थी,
इसने आवरण में छिपे परम-सत्य को आधा प्रकटा दिया।
A soul not wrapped into its cloak of mind
Could glimpse the true sense of a world of forms;
Illumined by a vision in the thought,
Upbuoyed by the heart’s understanding flame,
It could hold in the conscious ether of the spirit
The divinity of a symbol universe.
एक आत्मा जब मन के लबादे में लिपटी नहीं होती
तब वह आकृतियों के एक जग में सत्य-संवेदन की झलक पा सकती है;
निज विचार में एक दर्शनबोध द्वारा प्रकाश पा;
अपने हृदय को सहानुभूति कीज्वाला से उन्नीतबना,
यह आत्म तत्त्व के उस सचेत सूक्ष्माकाश में
एक प्रतीक विश्व की दिव्यता को धारण कर सकता है।
This realm inspires us with our vaster hopes;
Its forces have made landings on our globe,
Its signs have stamped their patterns on our lives:
It lends a sovereign movement to our fate,
Its errant waves motive our life’s high surge.
यह क्षेत्र हमें अपनी बृहत्तर आशाओं के साथ प्रेरणा देता है;
इसको ऊर्जा की सेनाएं हमारे भूमण्डल पर उतर आयी हैं,
हमारे जीवनों के ऊपर इसने लक्षणों के अपने नमूने आंक दिये हैं;
यह हमारी नियति को एक प्रभुतासम्पन्न गति प्रदान करता है,
इसकी भूली भटकी प्राण तरंगें हमारे जीवन के उच्च प्रवाह को दिशा प्रदान करती हैं।
All that we seek for is prefigured there
And all we have not known nor even sought
Which yet one day must be born in human hearts
That the Timeless may fulfil itself in things.
सब जिसे खोजते है यहां पर पहले से ही अंकित है
और वह सब भी जो हमें ज्ञात नहीं है और न कभी खोजा है
तथापि यह एक दिन मानव हृदय में अवश्य जन्म लेगा
जिससे अकाल ब्रह्म स्वयं को पदार्थों में सिद्ध कर सके।
Incarnate in the mystery of the days,
Eternal in an unclosed Infinite,
A mounting endless possibility
Climbs high upon a topless ladder of dream
Forever in the Being’s conscious trance.
दिवसों की रहस्यमयता में अवतरित,
एक उद़्घाटित अनन्तता में शाश्वत,
एक आरोहणशील अन्तहीन सम्भावना सतत
एक शिखरहीन स्वप्न सोपान पर उन्नत हो चढ़ जाती है
सदा के लिए परम-सत्ता की सचेत समाधि में।
All on that ladder mounts to an unseen end.
अखिल जगती उस सीढ़ी पर एक अनदेखे लक्ष्य कीओर बढ़ती है।
An Energy of perpetual transience makes
The journey from which no return is sure,
The pilgrimage of Nature to the Unknown.[176]
चिर-नश्वरता की एक आदि-प्रकृति की ऊर्जा रचती है
इस यात्रा को जहां से प्रत्यावर्तन नहीं है, यह निश्चित है,
यह अज्ञेय ब्रह्म की ओर प्राण प्रकृति की तीर्थ यात्रा है।
As if in her ascent to her lost source
She hoped to unroll all that could ever be,
Her high procession moves from stage to stage,
A progress leap from sight to greater sight,
A process march from form to ampler form,
A caravan of the inexhaustible
Formations of a boundless Thought and Force.
मानों अपने लुप्त आदि स्रोत की ओर जाते इस आरोहण में
उसने उस समस्त को प्रकटाने की आशा की जो कभी सम्भव हो सका है,
उसका यह उच्च प्रगति जुलूस एक चरण से दूसरे चरण तक चलता रहता है,
एक विकास है जो एक द़ृश्य से महत्तर द़ृश्य कीओर छलांग लगाता है,
एक प्रक्रिया का प्रयाण जो आकार से प्रचुरता आकार कीओर जाता है
एक असीम महाभाव और चित्-शक्ति का
अक्षय विरचनाओं का एक सतत काफिला है।
Her timeless Power that lay once on the lap
Of a beginningless and endless Calm,
Now severed from the Spirit’s immortal bliss,
Erects the type of all the joys she has lost;
Compelling transient substance into shape,
She hopes by the creative act’s release
To o’erleap sometimes the gulf she cannot fill,
To heal awhile the wound of severance,
Escape from the moment’s prison of littleness
And meet the Eternal’s wide sublimities
In the uncertain time-field portioned here.
प्राणशक्ति की कालातीत पराशक्ति जो कभी
एक अनादि और अनन्त दिव्य शान्ति की गोद में सोयी थी,
अब अपने परमात्मतत्त्व के अमरानन्द से विच्छेदित हो,
उन विस्मृत सकल सुखों के प्रतीकों में व्यक्त करती है;
अनित्य क्षणिक द्रव्य को रूपायित होने को बाध्य करती है,
इस सर्जन कर्म के द्वारा विमोचन को प्राप्त कर वह आशा करती है
कि कभी इस खाड़ी को उलांघ जायेगी जिसे वह भर नहीं सकती,
पृथकता के इस घाव को कुछ काल के लिए भर देने की,
क्षुद्रता की इस क्षणिक कैद से बच निकलने की
और इस अनिश्चित खण्डित विभाजित काल क्षेत्र में
चिरन्तन की विशाल गरिमाओं से यहां मिलने की।
Almost she nears what never can be attained;
She shuts eternity into an hour
And fills a little soul with the Infinite;
The Immobile leans to the magic of her call;
She stands on a shore in the Illimitable,
Perceives the formless Dweller in all forms
And feels around her infinity’s embrace.
प्राय: वह उसके समीप तक आ जाती है जिसे कभी पा नहीं सकी;
वह शाश्वतता को एक घड़ी में बन्द कर लेती है
और एक नन्हीं आत्म-सत्ता को चिरन्तन परम से पूर्ण कर देती है;
वह अचलेश उसके आवाहन के जादू से झुक आता है;
तब वह असीम में एक तट पर खड़ी हो जाती है,
और निराकारी अन्तर्वासी में सब आकारों को अवलोकती है
और अपने चहुं ओर अनन्तता के आलिंगन का अनुभव पाती है।
Her task no ending knows, she serves no aim
But labours driven by a nameless Will
That came from some unknowable formless Vast.
उसके श्रम का कोई अन्त नहीं है, वह किसी लक्ष्य की पूर्ति नहीं करती
पर एक अनामी आदि संकल्प से संचलित परिश्रम में लगी है
यह संकल्प किसी अज्ञेय निराकारी विराट् से आया है।
This is her secret and impossible task
To catch the boundless in a net of birth,
To cast the spirit into physical form,
To lend speech and thought to the Ineffable;
She is pushed to reveal the ever Unmanifest.
Yet by her skill the impossible has been done:
She follows her sublime irrational plan,
Invents devices of her magic art[177]
To find new bodies for the Infinite
And images of the Unimaginable;
She has lured the Eternal into the arms of Time.
यही उसका रहस्य और असाध्य श्रम है
कि असीम को जन्म के एक जाल में पकड़ना है,
आत्मा को शारीरिक आकार में ढालना,
अनिर्वचनीय को वाणी और विचार उधार देना;
इस सतत अव्यक्त परम को व्यक्त करने को धकेली जाती है
तथापि उसी की दक्षता ने असंभव को सम्भव कर दिया है:
वह अपनी चरम असंगत योजना का अनुसरण करती,
अपने मायावी कला के साधनों का आविष्कार करती है
चिरन्तन परम के लिए नयी देहों को खोजने को
और कल्पनातीत ईश्वर की प्रतिछवियों के निर्माण हेतु;
त्रिकाल की बाहों में समाने को उसने शाश्वत पुरुष को ललचाया है।
Even now herself she knows not what she has done.
किन्तु वह स्वयं नहीं जानती कि उसने क्या कर डाला है।
For all is wrought beneath a baffling mask:
A semblance other than its hidden truth
The aspect wears of an illusion’s trick,
A feigned time-driven unreality,
The unfinished creation of a changing soul
In a body changing with the inhabitant.
क्योंकि यह सब एक रहस्यमय मुखौटे के पीछे रचा गया है:
इसके अन्तरगोपित सत्य की अपेक्षा यह एक भिन्न ही रुपायन है
यह आकार एक मायावी प्रपंच को धारण किये है,
काल द्वारा संचालित एक मिथ्या अयथार्थ है,
एक परिवर्तनशील जीव की एक अधूरी सृष्टि है
जो अन्तर्वासी के देह-परिवर्तन के साथ बदल जाती है।
Insignificant her means, infinite her work;
On a great field of shapeless consciousness
In little finite strokes of mind and sense
An endless truth she endlessly unfolds;
A timeless mystery works out in Time.
The greatness she has dreamed her acts have missed,
Her labour is a passion and a pain,
A rapture and pang, her glory and her curse;
And yet she cannot choose but labours on;
Her mighty heart forbids her to desist.
उसके साधन नगण्य हैं, उसका कार्य अनन्त है;
आकारहीन चेतना के एक बृहद् क्षेत्र प्रसार पर
मन और इन्द्रिय संवेदन के तुच्छ क्षणिक स्पर्शों द्वारा
एक असीम सत्य को अनन्तता से खोलती जाती है;
एक कालातीत रहस्य का त्रिकाल में समाधान करती है
जिस महत्ता का उसने स्वप्न देखा था निज कार्यों में उसे प्रकटा न पायी,
उसका श्रम एक अन्तरवेग और एक पीड़ा है,
एक भावोल्लास और कसक है, उसका यश और उसका शाप है,
और फिर भी चुनाव नहीं कर सकती वरन् श्रम-रत रहती है;
उसका सामर्थ्यशाली विशाल हृदय उसे रुक जाने का निषेध करता है।
As long as the world lasts her failure lives
Astonishing and foiling Reason’s gaze,
A folly and a beauty unspeakable,
A superb madness of the will to live,
A daring, a delirium of delight.
जब तक इस जगत् का अस्तित्व है तब तक उसकी असफलताएं
विवेकबुद्धि की द़ृष्टि को चकित और निष्फल करती, जीवित हैं,
वर्णन से परे एक मूढ़ता और एक सुन्दरता है
जीवित रहने के संकल्प का एक उत्तम पागलपन है,
एक दुस्साहस है, हर्षोन्माद का एक प्रलाप है।
This is her being’s law, its sole resource;
She sates, though satisfaction never comes,
Her hungry will to lavish everywhere
Her many-imaged fictions of the Self
And thousand fashions of one Reality.
यह उसकी सत्ता का विधान, उसकी एकमात्र विदग्धता है
वह तृप्त है, यद्यपि सन्तोष कभी नहीं पाया है
उसका संकल्प भूखा है चारोंओर मुक्त हाथ से लुटाने को
परमात्मतत्व की बहु-रूपी अपनी कल्पनाओं को
और एक सत्-वस्तु को सहस्त्रों आकारों में गढ़ने को।
A world she made touched by truth’s fleeing hem,
A world cast into a dream of what it seeks,
An icon of truth, a conscious mystery’s shape.
एक जग जो उसने रचा इसे सत्य की उड़ती गोट का स्पर्शमात्र मिला,
अपने खोज के एक स्वप्न में इस जगत् को ढाल दिया,
सत्य की एक प्रतिमा है, एक सचेत रहस्य की आकृति है।
It lingered not like the earth-mind hemmed in
In solid barriers of apparent fact;
It dared to trust the dream-mind and the soul.[178]
यह पार्थिव मन समान बहिर्वास्तविकताओं की
स्थूल सीमाओं में कैद चिपका नहीं रहता है;
यह स्वप्नदर्शी मानस और अन्तरात्मा पर विश्वास करने का साहस रखता है।
A hunter of spiritual verities
Still only thought or guessed or held by faith,
It seized in imagination and confined
A painted bird of paradise in a cage.
आध्यात्मिक सत्यों का एक आखेटक है
किन्तु अभी तक इसे केवल विचार या अनुमान या श्रद्धा द्वारा धर पाया है,
इसे कल्पना में पकड़ा गया और एक पिंजरे में
स्वर्ग के एक विचित्र पक्षी जैसे बन्द कर रख लिया है।
This greater life is enamoured of the Unseen;
It calls to some highest Light beyond its reach,
It can feel the Silence that absolves the soul;
It feels a saviour touch, a ray divine:
Beauty and good and truth its godheads are.
यह महत्तर प्राणशक्ति अगोचर परम की अनुरागी है;
यह निज पहुंच से परे की किसी पराज्योति को पुकारती है,
यह आत्मा की विमोचनकारी दिव्य नीरवता की अनुभूति पाती है;
यह एक मुक्तिदायी स्पर्श, एक दिव्य किरण का अनुभव लेती है:
सत्यम्, शिवम् और सुन्दरम् इसके इष्ट देवता हैं।
It is near to heavenlier heavens than earth’s eyes see,
A direr darkness than man’s life can bear.
It has kinship with the demon and the god.
हमारी पार्थिव द़ृष्टि से देखे जाते स्वर्गों से महत्तर स्वर्गों के यह समीप है,
मानव-जीवन जितने अन्धकार को सह सकता है उससे घोरतर वहां है:
इसका सम्बन्ध सुर और असुर दोनोंसे है।
A strange enthusiasm has moved its heart;
It hungers for heights, it passions for the supreme.
It hunts for the perfect word, the perfect shape,
It leaps to the summit thought, the summit light.
For by the form the Formless is brought close
And all perfection fringes the Absolute.
एक विचित्र उत्साह ने इसके ह्रदय को द्रवित कर दिया है;
इसे उच्चताओं की भूख है, सर्वोच्च के भावावेश से उमड़ती है
यह पूर्ण वाचा की, पूर्णाकार की आखेटक है
यह मुख्य शीर्ष विचार कीओर, परम प्रकाश कीओर झपटती है
क्योंकि आकार द्वारा ही वह निराकारी प्रभु को समीप ला सकती है
और यह सम्पूर्ण पूर्णता उस परमतत्त्व की लटकती झालर है।
A child of heaven who never saw his home,
Its impetus meets the eternal at a point:
It can only near and touch, it cannot hold;
It can only strain towards some bright extreme:
Its greatness is to seek and to create.
यह एक शिशु है सुरलोक का जिसने निज गेह कभी नहीं देखा,
इसका प्राणावेग उमड़ एक बिन्दु पर शाश्वतता को भेंटता है:
यह केवल समीप जा स्पर्श कर सकता है, पर पकड़ नहीं पाता है;
यह केवल किसी चरम तेजस्विता की ओर शक्तिभर प्रयास कर सकता है:
इसकी महानता तो संधान करने और सर्जन में है।
On every plane, this Greatness must create.
On earth, in heaven, in hell she is the same;
Of every fate she takes her mighty part.
प्रत्येक स्तर पर, इस महान् देवी को सर्जन करना ही है,
पृथ्वी पर हो या स्वर्ग में, या नरक में उसकीगति एक सामान है;
प्रत्येक के भाग्य में उसकी शक्तिशाली भूमिका है।
A guardian of the fire that lights the suns,
She triumphs in her glory and her might:
Opposed, oppressed she bears God’s urge to be born:
The spirit survives upon non-being’s ground,
World-force outlasts world-disillusion’s shock:
Dumb, she is still the Word, inert the Power.
उस अग्नि की एक संरक्षिका है जो सूर्यों को प्रज्वलित करती है,
यह अपनी तेजस्विता और सामर्थ्य में विजयोत्सव मनाती है:
विरोधों से दमित, दलित होकर भी प्रभु की जन्मेच्छा को फलित करती है:
यह आत्मतत्त्व असत् के क्षेत्र में भी बची रहती है,
जग-मिथ्या के आघात को सहती यह जग-प्राणशक्ति उससे अधिक जीती है:
मौन होकर भी यह आदिशब्द है, जड़ होकर भी आदि-ऊर्जा है।
Here fallen, a slave of death and ignorance,
To things deathless she is driven to aspire
And moved to know even the Unknowable.
यहां पतित हो, अज्ञान और मृत्यु की एक सेविका है,
अमर-पदार्थों हित अभीप्सा के लिए प्रेरित की जाती है
और अज्ञेय प्रभु को जानने को आन्दोलित की जाती है।
Even nescient, null, her sleep creates a world.[179]
अपनी निद्रा निश्चेतना, असारता में भी एक जग रच डालती है।
When most unseen, most mightily she works;
Housed in the atom, buried in the clod
Her quick creative passion cannot cease.
जब सर्वाधिक अगोचर होती है, तब सर्वशक्तिमत्ता से कार्य करती है;
अणु में वास करे, या माटी के ढेलेमें दबी हो,
उसका तत्पर सर्जन का प्राणावेग रुक नहीं सकता है।
Inconscience is her long gigantic pause,
Her cosmic swoon is a stupendous phase:
Time-born, she hides her immortality;
In death, her bed, she waits the hour to rise.
जड़-अचित् ही उसका दीर्घ कुम्भकरणी विराम है,
उसकी वैश्विक मूर्च्छा एक घोर अतिविशाल पक्ष हैः
काल में जन्म लेकर, वह निज अमरता को छिपा लेती है;
मृत्यु उसकी शैया है जिस पर लेटी, वह जागरण की घड़ी की प्रतीक्षा करती है।
Even with the Light denied that sent her forth
And the hope dead she needed for her task,
Even when her brightest stars are quenched in Night,
Nourished by hardship and calamity
And with pain for her body’s handmaid, masseuse, nurse,
Her tortured invisible spirit continues still
To toil though in darkness, to create though with pangs;
She carries crucified God upon her breast.
जिस दिव्य ज्योति ने उसे यहां पठाया वह भी जब उसके लिए निषेध हो जाती है
और निज श्रम के लिए आवश्यक आशा भी जब मर जाती है,
तमस्-रात्रि में उसके अति दीप्तिमान तारे तक बुझ जाते हैं,
तब भी संकट और विपत्ति द्वारा सम्पोषण पाती है
और पीड़ा को निज काया की धाय, सेविका, परिचारिका बना,
उसकी अद़ृश्य उत्पीड़ित आत्म-शक्ति तब भी अविराम श्रम में
अन्धकार के मध्य लगी रहती है, पीड़ा ग्रसित होकर भी सर्जन करती है;
वह निज वक्ष पर क्रूस पर चढ़े ईश को वहन कर चलती है।
In chill insentient depths where joy is none,
Immured, oppressed by the resisting Void
Where nothing moves and nothing can become,
Still she remembers, still invokes the skill
The Wonder-Worker gave her at her birth,
Imparts to drowsy formlessness a shape,
Reveals a world where nothing was before.
बर्फीली संज्ञाहीन गहनताओं में जहां हर्ष का अस्तित्व नहीं है,
जहां कुछ भी गति नहीं करता और कुछ भी सम्भव नहीं है
ऐसे अवरोधकारी महाशून्य द्वारा दमित और बन्दिनी
होकर भी उसे स्मृति रहती है, और अपने कौशल का आवाहन करती है
उस कला का जो उसके जन्म के समय दिव्य चमत्कारी स्रष्टा ने प्रदान की थी,
तंद्रिल आकारहीनता को वह एक आकार देती है,
जहां पर प्रथम कुछ नहीं था वहां एक जगत् प्रकटा देती है।
In realms confined to a prone circle of death,
To a dark eternity of Ignorance,
A quiver in an inert inconscient mass,
Or imprisoned in immobilised whorls of Force,
By Matter’s blind compulsion deaf and mute
She reposes motionless in its dust of sleep.
Then, for her rebel waking’s punishment
Given only hard mechanic Circumstance
As the enginery of her magic craft,
She fashions godlike marvels out of mud;
In the plasm she sets her dumb immortal urge,
Helps the live tissue to think, the closed sense to feel,
Flashes through the frail nerves poignant messages,
In a heart of flesh miraculously loves,[180]
To brute bodies gives a soul, a will, a voice.
मृत्यु के चरणों में प्रणत राज्यों के एक घेरे में
जो अविद्या की एक अंधेरी शाश्वतता में कैद हैं,
इस जड़-अचित् के ढेर में वह एक स्पन्दन है,
या जड़-ऊर्जा के आवर्तनों में अचलता में बन्दिनी है,
मूल जड़तत्त्व की अन्धी विवशता में बधिर और मूक बनी
वह गतिहीनता को अपनी निद्रा की धूल में भी अस्वीकार करती है
तब, जैसे कि उसके विद्रोही जागरण के दण्डस्वरूप
उसे केवल कठोर यान्त्रिक घोर परिस्थिति दी गयी हो
अपने मायावी शिल्प कौशल का निर्माण करने को,
वह माटी में से देव समान चमत्कारी रूपों को गढ़ती है;
जीव-द्रव्य में वह अपनी मौन अमर प्रेरणा भर देती है,
सजीव स्नायुओं को मनन में, रुद्ध इन्द्रियों को अनुभव लेने में सहायता देती है,
भंगुर नाड़ियों से मार्मिक तीक्ष्ण सन्देशों को दमकाती है,
मांसपेशियों से बने एक हृदय में विलक्षणता से प्यार भरती है,
पशु देहों को एक अन्तरात्मा, एक संकल्प, एक वाणी देती है।
Ever she summons as by a sorcerer’s wand
Beings and shapes and scenes innumerable,
Torch-bearers of her pomps through Time and Space.
This world is her long journey through the night,
The suns and planets lamps to light her road,
Our reason is the confidante of her thoughts,
Our senses are her vibrant witnesses.
जैसे कि वह एक जादू की छड़ी द्वारा सतत पुकारती हो
सत्ताओं और आकृतियों को और असंख्य द़ृश्य-घटनाओं को,
जो दिक्काल के मध्य उसकी शोभायात्राओं के वाहक हैं
यह जगत् भी अज्ञरात्रि के मध्य गुजरती उसकी दीर्घ यात्रा है,
सूर्य और नक्षत्र उसके पथ को आलोकित करते दीप-स्तम्भ हैं,
हमारा विवेक उसके विचारों का विश्वासपात्र है,
हमारे इन्द्रिय-संवेदन उसके स्पन्दन के साक्षी हैं।
There drawing her signs from things half true, half false,
She labours to replace by realised dreams
The memory of her lost eternity.
अर्ध-सत्य, अर्ध-मिथ्या पदार्थों से अपने प्रतीकों को निकाल कर
वह अपनी खो चुकी शाश्वतता की स्मृति के रूप में
अपने चरितार्थ स्वप्नों द्वारा अभावपूर्ति हित श्रम करती है।
These are her deeds in this huge world-ignorance:
Till the veil is lifted, till the night is dead,
In light or dark she keeps her tireless search;
Time is her road of endless pilgrimage.
इस विशाल जग-अज्ञता में यही उसके दस्तावेज हैः
जब तक अज्ञता का पर्दा उठ नहीं जाता, तब तक रात्रि का अवसान नहीं हो जाता,
प्रकाश हो या अंधेरा वह अपनी अथक खोज करती रहती है;
इस अनन्त तीर्थ यात्रा पर त्रिकाल के पथों से बढ़ती है।
One mighty passion motives all her works.
एक शक्तिशाली भावावेग उसके सब कार्यों का अनुप्रेरक है।
Her eternal Lover is her action’s cause;
For him she leaped forth from the unseen Vasts
To move here in a stark unconscious world.
उसका शाश्वत प्राणेश ही उसके कर्म का कारण है;
उसी के लिए तो वह अगोचर विराटताओं से कूदी थी
एक नग्न अचेत जगत् में गति करने यहां आयी थी।
Its acts are her commerce with her hidden Guest,
His moods she takes for her heart’s passionate moulds;
In beauty she treasures the sunlight of his smile.
कर्मों में ही उसका अपने निगुह्य अतिथि से सम्पर्क व्यापार होता है;
उसके मनोभावों को निज हृदय के आवेशपूर्ण संचकों सम लेती है;
आत्म-पुरुष-स्मित की धूप सम उज्जवलता को सौन्दर्य में संजो लेती है।
Ashamed of her rich cosmic poverty,
She cajoles with her small gifts his mightiness,
Holds with her scenes his look’s fidelity
And woos his large-eyed wandering thoughts to dwell
In figures of her million-impulsed Force.
अपनी समृद्ध वैश्विक दरिद्रता पर लज्जित,
वह अपने लघु उपहारों से उसकी सामर्थ्यता को रिझाती है,
उसकी चितवन की भटकन को अपने द़ृश्यों में बांध लेती है
और उसके विशाल नैत्रोंवाले भ्रमणशील विचारों से याचना करती है
अपने लक्ष लक्ष आवेगों से पूर्ण ऊर्जावान् आकारों में बसने को।
Only to attract her veiled companion
And keep him close to her breast in her world-cloak
Lest from her arms he turn to his formless peace,
Is her heart’s business and her clinging care.
यह सब केवल अपने अवगुण्ठित साथी को आकर्षित करने के लिए है
और उसे अपने वक्ष के समीप अपनी जग-चादर में छिपाने को है
जिससे कहीं उसकी बाहों से छूट वह अपनी निराकारी शान्ति कीओर न मुड़ जाये,
यही उसके अन्तर का व्यवसाय है और उसकी लिपटने की कामना है।
Yet when he is most near, she feels him far.
फिर भी जब वह समीप होता है, उसे वह अति दूर अनुभव होता है।
For contradiction is her nature’s law.
क्योंकि उसकी प्रकृति का विधान विरोधाभासी है।
Although she is ever in him and he in her,
As if unaware of the eternal tie,
Her will is to shut God into her works[181]
And keep him as her cherished prisoner
That never they may part again in Time.
यद्यपि वह सतत उसी में रमती है और वह उसमें रमता है,
पर मानों वह इस चिर बन्धन से अनजान है,
उसका संकल्प तो ईश को अपने कार्यों में कैद कर लेना है
और उसे अपने अतिप्रिय बन्दी सम साथ रखने का है
जिससे फिर कभी वे इस त्रिकाल में बिछुड़े नहीं।
A sumptuous chamber of the Spirit’s sleep
At first she made, a deep interior room,
Where he slumbers as if a forgotten guest.
सर्वप्रथम उसने इस परमात्मतत्त्व के शयन हेतु,
भव्य भवन में एक गुह्य गर्भगृह का निर्माण किया है,
जहां पर वह एक विस्मृत अतिथि सम निद्रा में लीन है।
But now she turns to break the oblivious spell,
Awakes the sleeper on the sculptured couch;
She finds again the Presence in the form
And in the light that wakes with him recovers
A meaning in the hurry and trudge of Time,
And through this mind that once obscured the soul
Passes a glint of unseen deity.
किन्तु अब वह इस विस्मृति के मोहजाल को भंग करने मुड़ जाती है,
चित्रित शैया पर निद्रामग्न अपने प्रिय को जगाती है;
वह पुनः उसके आकार में परम सान्निध्य पा जाती है
और उसके संग जागे आत्म प्रकाश में वह फिर से
इस महाकाल की उतावली और घिसटन में एक तात्पर्य पा लेती है,
और तब इस मन में भी जो कभी अन्तरात्मा को गोपित रखे था
अगोचर दिव्यता की एक प्रकाशकिरण कौंध जाती है।
Across a luminous dream of spirit-space
She builds creation like a rainbow bridge
Between the original Silence and the Void.
आत्माकाश के एक ज्योतिर्मय सपने के उस पार
वह एक इन्द्रधनुषी सेतु समान सृष्टि की रचना कर
आदि-नीरवता और महाशून्य को मध्य से जोड़ देती है।
A net is made of the mobile universe;
She weaves a snare for the conscious Infinite.
इस चल विश्व का एक जाल बना
वह चैतन्य चिरन्तन के लिए एक फंदा बुनती है।
A knowledge is with her that conceals its steps
And seems a mute omnipotent Ignorance.
एक विद्या उसके पास है जो उसकी चालों को छिपा लेती है
और यह एक मूक सर्वशक्तिशाली अविद्या सम दिखती है।
A might is with her that makes wonders true;
The incredible is her stuff of common fact.
चमत्कारों को सत्य बनाने वाली एक सामर्थ्य उसके साथ है;
उसका साधारण तथ्य का द्रव्य अविश्वसनीय है।
Her purposes, her workings riddles prove;
Examined, they grow other than they were,
Explained, they seem yet more inexplicable.
उसके उद्देश्य, उसकी कार्यप्रणालियों के रहस्य प्रमाणित हैं;
परीक्षण करने पर, वे जो थे उसकी अपेक्षा कुछ और निकलते हैं,
व्याख्या करने पर, वे और भी अबोधगम्य लगते हैं।
Even in our world a mystery has reigned
Earth’s cunning screen of trivial plainness hides;
Her larger levels are of sorceries made.
हमारे संसार में भी एक रहस्यमयता का साम्राज्य है
जिसे धरा की मामूली सपाटता का पर्दा चतुराई से छिपाये है;
उसके महत्तर स्तरों का निर्माण मायावी शिल्प से हुआ है।
There the enigma shows its splendid prism,
There is no deep disguise of commonness;
Occult, profound comes all experience,
Marvel is ever new, miracle divine.
वहां पर यह रहस्य अपनी भव्य रंगोली प्रदर्शित करता है,
वहां सामान्यता पर कोई गहरा आवरण नहीं है;
गुह्य, गूढ़सब अनुभव स्पष्टता से आते हैं,
चमत्कार सतत नया रहता है, दिव्य आश्चर्य है।
There is a screened burden, a mysterious touch,
There is a secrecy of hidden sense.
वहां पट के पीछे छिपी एक गति की टेक है, एक रहस्यमय स्पर्श है,
वहां गोपित इन्द्रियबोध की एक निगुह्यता है।
Although no earthen mask weighs on her face,
Into herself she flees from her own sight.
यद्यपि प्राणशक्ति के मुख पर कोई भौतिक मुखौटे का बोझ नहीं है,
किन्तु स्वयं अपनी द़ृष्टि से बच कर यह आत्मभाव में चली जाती है।
All forms are tokens of some veiled idea[182]
Whose covert purpose lurks from mind’s pursuit,
Yet is a womb of sovereign consequence.
सकल आकृतियां किसी गोपित-भाव के प्रतीक हैं
जिनका आच्छादित उद्देश्य मन के अनुसंधान से छिपा रहता है,
तथापि मुख्य सर्वोच्च परिणाम का यही एक गर्भाशय है।
There every thought and feeling is an act,
And every act a symbol and a sign,
And every symbol hides a living power.
वहां प्रत्येक विचार और भावना एक कर्म है,
और प्रत्येक कर्म एक प्रतीक और लक्षण है,
और प्रत्येक प्रतीक में एक प्राणशक्ति निहित है।
A universe she builds from truths and myths,
But what she needed most she cannot build;
All shown is a figure or copy of the Truth,
But the Real veils from her its mystic face.
वह सत्यों और कल्पनाओं से एक विश्व रचती है,
किन्तु जिसकी उसे सर्वाधिक आवश्यकता है उसका निर्माण नहींकर सकती;
यहां का समस्त प्रदर्शन परम ऋत की एक आकृति या अनुकृति है,
किन्तु विज्ञानमय निज रहस्यपूर्ण मुख उससे छिपा रखता है।
All else she finds, there lacks eternity;
All is sought out but missed the Infinite.
बाकी समस्त उसने प्राप्त कर लिया है, पर वहांशाश्वतता का अभाव है;
सकल का संधान हो गया है, किन्तु चिरन्तन प्रभु छूट गया है।
A consciousness lit by a Truth above
Was felt; it saw the light but not the Truth:
It caught the Idea and built from it a world;
It made an Image there and called it God.
ऊर्ध्व में एक परासत्य द्वारा प्रदीप्त एक चेतना का
अनुभव हुआ; इसने प्रकाश तो देखा था किन्तु परासत्य नहीं देखा:
इसने उस पराभाव को धर लिया और इससे एक संसार रच डाला;
इसने वहां एक देवछवि बनायी जिसे ईश्वर का नाम दे पुकारा।
Yet something true and inward harboured there.
तथापि किसी सत्य और आन्तरिकता का वहां वास था।
The beings of that world of greater life,
Tenants of a larger air and freer space,
Live not by the body or in outward things:
A deeper living was their seat of self.
उस लोक की ये सत्ताएं महत्तर प्राण जीवन की,
एक विशालतरवातावरण और मुक्ततर दिशाओं की निवासिनी,
ये देह के आधार पर या बहिर्पदार्थों पर निर्भर नहीं थीं:
एक गहनतर आत्मतत्त्व के अन्तर में वे बसतीं।
In that intense domain of intimacy
Objects dwell as companions of the soul;
The body’s actions are a minor script,
The surface rendering of a life within.
अभिन्नता के उस अन्तरंग गम्भीर क्षेत्र के
पदार्थ औ’ पात्र चैत्य पुरुष के सहयोगियों सम रहते हैं;
इस देह के कर्म तो एक गौण लिपि समान हैं,
जो एक अन्तर्जीवन की धरातली प्रस्तुति मात्र हैं।
All forces are Life’s retinue in that world
And thought and body as her handmaids move.
उस लोक में सम्पूर्ण ऊर्जाएं महत्तर प्राण से जुड़ी हैं
और विचार और काया उसकी दासियों सम संचालित हैं।
The universal widenesses give her room:
All feel the cosmic movement in their acts
And are the instruments of her cosmic might,
Or their own self they make their universe.
वैश्विक प्रसारताएं उसको अपने में स्थान देती हैं:
सब अपने कर्मों में ब्रह्माण्डीय संचालन का अनुभव पाती हैं
और चेतना की ब्रह्माण्डीय सामर्थ्यकी वे साधन बन जाती हैं,
या अपने आत्मतत्त्व में वे अपना विश्व रच लेती हैं।
In all who have risen to a greater Life
A voice of unborn things whispers to the ear,
To their eyes visited by some high sunlight
Aspiration shows the image of a crown:
To work out a seed that she has thrown within,[183]
To achieve her power in them her creatures live.
उन सब में जो महत्तर जीवन कीओर उन्नत हो गये हैं
उनके श्रवण में अजात वाणी फुसफुसाती है,
किसी महान सूर्य ज्योति से आये उनके नयनों में
अभीप्सा एक श्रेष्ठता की छवि दर्शाती:
उसके द्वारा क्षेपित एक बीज को निज अन्तर में परीक्षण करने,
उसकी शक्ति को अपने में सफल बनाने हित उसके प्राणी जीते हैं।
Each is a greatness growing towards the heights
Or from his inner centre oceans out;
In circling ripples of concentric power
They swallow, glutted, their environment.
Even of that largeness many a cabin make;
In narrower breadths and briefer vistas pent
They live content with some small greatness won.
To rule the little empire of themselves,
To be a figure in their private world
And make the milieu’s joys and griefs their own
And satisfy their life-motives and life-wants
Is charge enough and office for this strength,
A steward of the Person and his fate.
प्रत्येक सत्ता उच्चताओं की ओर प्रगति करती स्वयं एक महत्ता है
या उनके अपने अन्तर केन्द्र से बाहर उमड़ता सागर है;
संकेन्द्रित शक्ति के गोलाकार चक्कर लगाती उर्मियों में
वे निज परिवेश को निगलकर, तृप्ति पाते हैं
तब उस विशालता के भी अनेक कक्ष बना लिये जाते हैं;
और पहले से संकुचित प्रसारताओं और संक्षिप्त परिदर्शनों में
वे किसी लघु महानता को जीतकर सन्तुष्ट जीते हैं
अपने छोटे से साम्राज्य पर अपना शासन चलाना,
अपने व्यक्तिगत संसार में एक विशेष व्यक्ति होना
और उस वातावरण के हर्षों और शोकों को अपना निजी बना लेना
और अपने जीवन के उद्देश्योंऔर कामनाओं को सन्तुष्ट करना,
इस प्राणशक्ति के लिए इतना ही दायित्व और कार्यालय पर्याप्त है,
उस चैत्य-व्यक्तित्व और उसके भाग्य की यह एक परिचारिका है।
This was transition-line and starting-point,
A first immigration into heavenliness,
For all who cross into that brilliant sphere:
These are the kinsmen of our earthly race;
This region borders on our mortal state.
यही संक्रान्ति रेखा और आरम्भ बिन्दु था,
देवत्व में प्रवेश करने का प्रथम आप्रवासन केन्द्र था,
उन सबके लिए जो उस दीप्तिमान क्षेत्र में पार उतर प्रवेश पाते हैं:
ये सब हमारी पार्थिव जाति के सजातीय सम्बन्धी हैं;
यह क्षेत्र हमारे मृत्यु लोक की सीमा पर है।
This wider world our greater movements gives,
Its strong formations build our growing selves;
Its creatures are our brighter replicas,
Complete the types we only initiate
And are securely what we strive to be.
इस बृहत्तर विस्तृत लोक से हमारी महत्तर गतियां आती हैं,
इसके द़ृढ़ प्रशिक्षण हमारे विकसित होते व्यक्तित्वों को गठित करते हैं
इसके प्राणी हमारी ही तेजस्वी प्रतिकृतियां हैं,
हम केवल दीक्षक हैं उस वर्ग के जिसके वे पूरक हैं
यहां हम जो होने का प्रयास करते हैंवहां वे निश्चित रूप से हो चुके हैं।
As if thought-out eternal characters,
Entire, not pulled as we by contrary tides,
They follow the unseen leader in the heart,
Their lives obey the inner nature’s law.
जैसे कि पूर्व विचारित मौलिक चिर स्थिर-चरित्र हैं,
समग्र हैं, हमारी तरह विरोधी विचारधाराओं से नहीं खींचे जाते हैं,
वे अगोचर हृदयस्थ अन्तर नेता का अनुगमन करते हैं,
उनके जीवन अन्तर की आत्म-प्रकृति के विधान की आज्ञा मानते हैं।
There is kept grandeur’s store, the hero’s mould;
The soul is the watchful builder of its fate;
None is a spirit indifferent and inert;
They choose their side, they see the god they adore.
वहां पर भव्य-शोभा का भण्डार है, वीर नायक का सांचा सुरक्षित रखा है;
वहां जीव निज नियति का सजग स्रष्टा है;
एक भी चैत्य सत्ता उदासीन और निष्क्रिय जड़ नहीं है;
वे अपना पक्ष चुनते हैं, अपने आराध्य देव का दर्शन पाते हैं।
A battle is joined between the true and false,
A pilgrimage sets out to the divine Light.
सत्य और मिथ्या को मध्य से युद्ध जोड़ता है,
दिव्य परा-ज्योति की ओर जैसे एक तीर्थ यात्रा आरम्भ हो जाती है।
For even Ignorance there aspires to know
And shines with the lustre of a distant star;[184]
There is a knowledge in the heart of sleep
And Nature comes to them as a conscious force.
क्योंकि वहां पर अविद्या भी जानने को अभीप्सा करती है
और एक सुदूर तारे के प्रकाश से चमकती है;
उस प्राण-जगत् में निद्रा के अन्तर में भी एक ज्ञान बसता है
और उनको प्रकृति एक चेतन शक्ति सम भेंटती है।
An ideal is their leader and their king:
Aspiring to the monarchy of the sun
They call in Truth for their high government,
Hold her incarnate in their daily acts
And fill their thoughts with her inspired voice
And shape their lives into her breathing form,
Till in her sun-gold godhead they too share.
उनका नेता और नृपति एक आदर्श है:
आदित्य की एकाधिपत्यता के लिए अभीप्सा करते
वे अपनी उन्नत शासन-व्यवस्था हित परम-सत्य का आवाहन करते हैं,
अपनेदैनिक-कार्यों में वे उसी को अवतार मान द़ृढ़ रहते हैं
और उसकी प्रेरकवाणी से अपने विचारों को भर लेते हैं
और अपने जीवनोंको उसके प्राणमय आकार में तब तक रूपायित करते हैं,
जब तक उसके स्वर्णिम सूर्य के देवत्व मेंवे हिस्सा नहीं पा जाते।
Or to the truth of Darkness they subscribe;
Whether for Heaven or Hell they must wage war:
Warriors of Good, they serve a shining cause
Or are Evil’s soldiers in the pay of Sin.
या घोर-अन्धकार के सत्य के ग्राहक नहीं बन जाते;
चाहे स्वर्ग के लिए हो या नरक के लिए उन्हें युद्ध करना ही है:
परम प्रेयस के योद्धा हैं, वे एक यशस्वी कारण को अनुसरते हैं
या फिर अशिव के सिपाही बन महापाप का वेतन पाते हैं।
For evil and good an equal tenure keep
Wherever Knowledge is Ignorance’s twin.
पाप और पुण्य दोनों का एक समान अधिकार है
जहां कहीं विद्या है अविद्या जुड़वां सम साथ है।
All powers of Life towards their godhead tend
In the wideness and the daring of that air,
Each builds its temple and expands its cult,
And Sin too there is a divinity.
महाप्राण की समस्त शक्तियां अपने सत् पुरुष कीओर अभिमुख हैं
उस वातावरण की विशालता और निर्भीकता में रहती हैं,
प्रत्येक अपने मन्दिर का निर्माण कर अपना पंथ फैलाती है,
और अशिव भी वहां एक देवत्व है।
Affirming the beauty and splendour of her law
She claims life as her natural domain,
Assumes the world’s throne or dons the papal robe:
Her worshippers proclaim her sacred right.
निज विधान के वैभव और शोभा की पुष्टि कर
अशिवता जीवन का स्वाभाविक रियासत सम दावा करती है,
संसार के सिंहासन पर आसीन हो जाती है या पादरी का बाना पहन लेती हैः
उसके आराधक उसके पवित्र अधिकार की घोषणा करते हैं।
A red-tiaraed falsehood they revere,
Worship the shadow of a crooked god,
Admit the black Idea that twists the brain
Or lie with the harlot Power that slays the Soul.
एक रक्तवर्णी-त्रिमुकुटधारिणी मिथ्यात्व को वे सम्मान देते हैं,
एक कुटिल देवता की परछाईं को पूजते हैं,
उस कलुषित महाभाव को जो बुद्धि भ्रष्ट करता है स्वीकारते हैं
या व्यभिचारिणी कुशक्ति के साथ जो जीव का वध करती है पड़े रहते हैं।
A mastering virtue statuesques the pose,
Or a titan passion goads to a proud unrest:
At Wisdom’s altar they are kings and priests
Or their life a sacrifice to an idol of Power.
एक प्रभुताशाली गुण उस आडम्बर को मूर्तिवत् मनोहर बना देता है,
या एक दानवी-आवेश एक गर्वीली अराजकता कीओर धकेलता है:
प्रज्ञादेवी की वेदी पर व राजा और पुरोहित हैं
या उनका जीवन शक्ति-देवी की प्रतिमा पर अर्पित एक बलि है।
Or Beauty shines on them like a wandering star;
Too far to reach, passionate they follow her light;
In Art and Life they catch the All-Beautiful’s ray
And make the world their radiant treasure house:
Even common figures are with marvel robed;[185]
A charm and greatness locked in every hour
Awakes the joy which sleeps in all things made.
अथवा सौन्दर्य की देवी उन पर एक भ्रमणशील तारे सम सुदूर चमकती है;
पहुंच से अतिदूर, आवेशभरे वे उसकी ज्योति के पीछे चलते हैं;
‘कला’ में और महाप्राण में वे उस विश्व-सौन्दर्य की एक किरण पकड़ पाते हैं
और इस संसार को अपना दीप्तिमय कोषागार बना लेते हैं:
वहां की साधारण आकृतियां तक आद़्भुत्य से सज्जित हैं;
एक लावण्य और महत्ता प्रत्येक घण्टे में कैद हैं
वेसकलसृष्ट पदार्थों में सुप्त हर्ष को जगा देती हैं।
A mighty victory or a mighty fall,
A throne in heaven or a pit in hell,
The dual Energy they have justified
And marked their souls with her tremendous seal:
Whatever Fate may do to them they have earned;
Something they have done, something they have been, they live.
There Matter is soul’s result and not its cause.
एक महान्विजय हो या एक घोर पतन
स्वर्ग का सिंहासन हो या नरक का एक गर्त्त,
इस द्वन्द्वात्मक आदिशक्ति को वे न्यायोचित मानते हैं
और उनके प्राणों पर उसकी अति गहरी चाप है:
कि भाग्यविधाता जो कुछ उनके साथ करता है उनके ही कर्मों का फल है;
जैसा उन्होंने किया है, वैसा ही उन्होंने प्राप्त किया है,
वहां पर जड़तत्त्व आत्मा का फल है उसका कारण नहीं है।
In a contrary balance to earth’s truth of things
The gross weighs less, the subtle counts for more;
On inner values hangs the outer plan.
पार्थिव पदार्थों के सत्य से एक विपरीत सन्तुलन में
वहां स्थूल कम वजनी है, सूक्ष्म का महत्त्व भारी है;
अन्तर-मूल्यों पर बहिर्योजना निर्भर करती है।
As quivers with the thought the expressive word,
As yearns the act with the passion of the soul
This world’s apparent sensible design
Looks vibrant back to some interior might.
यथा व्यक्त शब्द विचार से स्पन्दित होता है,
जैसे कि कर्म अन्तरात्मा के आवेश हित लालायित रहता है
इस लोक की व्यक्त संवेदनशील परियोजना भी
पीछे की किसी आन्तरिक शक्ति के स्फुरण की ओर देखती है।
A Mind not limited by external sense
Gave figures to the spirit’s imponderables,
The world’s impacts without channels registered
And turned into the body’s concrete thrill
The vivid workings of a bodiless Force;
Powers here subliminal that act unseen
Or in ambush crouch waiting behind the wall
Came out in front uncovering their face.
एक मनोमय पुरुष जो बहिर्चित्तबोध सोसीमित नहीं है
वह आत्मसूक्ष्मताओं को आकार देता है,
इस जगत् के संघात बिना प्रणालियों के अंकित हो जाते
और एक कायाहीन महाशक्ति की विविध प्रक्रिया से
इन्हें स्थूल-शारीरिक आनन्द की पुलकन में बदल देते;
यहां पर अवचेतन-शक्तियां हैं जो अद़ृष्ट कार्य करती हैं
अथवा दीवार के पीछे घात लगाये प्रतीक्षा में छिपी बैठी रहती हैं
अपने मुख से घूंघट हटा वे सामने बाहर आ जाती हैं।
The occult grew there overt, the obvious kept
A covert turn and shouldered the unknown;
The unseen was felt and jostled visible shapes.
वहां पर गुह्य प्रत्यक्ष था, प्रकट एक आवृत मोड़ से छिपा था
और अज्ञात का भार निज कंधों पर उठा रखा था;
अगोचर का अनुभव होता और यह दिखती आकृतियों को धकेलता।
In the communion of two meeting minds
Thought looked at thought and had no need of speech;
Emotion clasped emotion in two hearts,
They felt each other’s thrill in the flesh and nerves
Or melted each in each and grew immense
As when two houses burn and fire joins fire:
Hate grappled hate and love broke in on love,
Will wrestled with will on mind’s invisible ground;
Others’ sensations passing through like waves[186]
Left quivering the subtle body’s frame,
Their anger rushed galloping in brute attack,
A charge of trampling hooves on shaken soil;
One felt another’s grief invade the breast,
Another’s joy exulting ran through the blood:
Hearts could draw close through distance, voices near
That spoke upon the shore of alien seas.
दो मनों की मिलन-वार्ता में
विचार विचार को लक्ष्य कर लेता और वाणी की आवश्यकता नहीं होती;
दो हृदयों में भावना उठ भावना को जकड़ लेती,
वे एक-दूसरे की पुलकन देह में और नाड़ियों में अनुभव करते
या एक-दूसरे में पिघल और विशाल बन जाते
जैसे दो जलते घरों को आग आपस में जुड़ एक हो जाये:
घृणा घृणा से जूझती और प्रेम प्रेम पर टूटता,
मन के अगोचर क्षेत्र में संकल्प से संकल्प भिड़ जाता;
अन्यों के संवेदन लहरों समान ऊपर से गुजर जाते
और उसकी देह के सूक्ष्माकार कोकंपकंपाता छोड़ जाते,
उनके रौद्ररूप क्रूर-आक्रमण में उछालें मारते दौड़ते,
कम्पित धरा पर रौंदती टापों का एक हमला हो जैसे;
अन्य के दुःख के आक्रमण का अनुभव वे निज अन्तर में पाते,
दूसरे का हर्षोल्लास भी उनके रक्त में उत्साह भरा दौड़ताः
हृदय दूरियों का अन्तर मिटा समीप आ जाता,
विदेशी सागर के तट पर उच्चारित वाणियां पास खिंच आतीं।
There beat a throb of living interchange:
Being felt being even when afar
And consciousness replied to consciousness.
जीवंत आपसी विनिमय का एक स्फुरण धड़कता:
प्राणी दूर होने पर भी दूसरे प्राण की अनुभूति पाता
और एक चेतना दूसरी चेतना को प्रत्युत्तर देती।
And yet the ultimate oneness was not there.
फिर भी चरम एकत्व का वहां अभी भी अभाव था।
There was a separateness of soul from soul:
An inner wall of silence could be built,
An armour of conscious might protect and shield;
The being could be closed in and solitary;
One could remain apart in self, alone.
आत्मा से आत्मा का पार्थक्य वहां विद्यमान थाः
वहांनीरवता की एक आन्तरिक दीवार बनायी जा सकती थी,
सचेतनता का एक कवच सुरक्षा और बचाव कर सकता था;
एक सत्ता वहां एकान्त में बन्द और अकेली रह सकती थी;
एकाकी, वह पृथक् निज चैत्य सत्ता में बस सकती थी।
Identity was not yet nor union’s peace.
पर अभी तक तादात्म्यता नहीं थी और एकता की शान्ति भी नहीं थी।
All was imperfect still, half-known, half-done:
The miracle of Inconscience overpassed,
The miracle of the Superconscient still
Unknown, self-wrapped, unfelt, unknowable,
Looked down on them, origin of all they were.
सब अभी भी अपूर्ण, अर्ध-ज्ञात, अर्ध-सिद्ध था:
प्राण ‘जड़-अचित्’ के चमत्कार से ऊपर उठ गया था,
परा-चेतना के चमत्कार अभी भी अज्ञात थे,
ये आत्म स्वभाव में निमग्न, अनुभव से परे और ज्ञानातीत थे,
और उन्हें उदासीनता से देखते, जो इनका मूल-उद़्भव थे।
As forms they came of the formless Infinite,
As names lived of a nameless Eternity.
निराकारी चिरन्तनता के वे आकार समान थे,
एक अनामी शाश्वत ब्रह्म के नामोंको धारण कर वे रहते।
The beginning and the end were there occult;
A middle term worked unexplained, abrupt:
They were words that spoke to a vast wordless Truth,
They were figures crowding an unfinished sum.
इनका आदि और अन्त दोनों ही वहां निगुह्य था;
एक मध्य-सत्र व्याख्यातीत सक्रिय एवं असम्बद्ध था:
ऐसे शब्द थे जो एक बृहद्शब्दहीन चरम-सत्य कोबोलते,
ऐसे अंक थे जो एक अपूर्ण योगफल में जमा हो गये।
None truly knew himself or knew the world
Or the Reality living there enshrined:
Only they knew what Mind could take and build
Out of the secret Supermind’s huge store.
सत्य में वहां कोई स्वयं को या इस जग को नहीं जानता
या वहांपर अधिष्ठित जीवन्त सद्वस्तु को भी नहीं पहिचानता था:
वे केवल इतना ही जानते कि मन-पुरुष क्या ले सका और निर्माण कर सका
उस गुह्य अतिमानस के विशाल भण्डार से बाहर क्या निकाल सका।
A darkness under them, a bright Void above,
Uncertain they lived in a great climbing space;
By mysteries they explained a Mystery,
A riddling answer met the riddle of things.[187]
उनके नीचे एक अंधेरा, ऊपर एक दीप्तिमय शून्याकाश था,
अस्थिर अनिश्चित वे एक महान् ऊर्ध्वगामी व्योमाकाश में रहते;
एक परम सत्य की व्याख्या वे रहस्यों द्वारा करते,
वस्तुओं की समस्या का समाधान एक पहेलीभरा उत्तर होता।
As he moved in this ether of ambiguous life,
Himself he grew a riddle to himself;
As symbols he saw all and sought their sense.
इस अस्पष्ट प्राण-जीवन के वायवीय क्षेत्र में जैसे ही वह गतिमान हुआ,
अश्वपति शीघ्र ही अपने लिए स्वयं एक पहेली बन गया,
उसने सबको प्रतीकों सम देखा और उनका तात्पर्य खोजने लगा।
Across the leaping springs of death and birth
And over shifting borders of soul-change,
A hunter on the Spirit’s creative track,
He followed in life’s fine and mighty trails
Pursuing her sealed formidable delight
In a perilous adventure without close.
जन्म और मृत्यु के उछलते स्रोतों के उस पार
और प्राण पुरुष के चंचल परिवर्तन की अस्थिर सीमाओं के ऊर्ध्व में
प्राणशक्ति कीसर्जनात्मक पगडंडी पर एक शिकारी सम,
वह जीवन के बारीक और सशक्त चरणचिह्नों का अनुसरण करता
उस शक्ति के सीलबन्द भयानक दुर्जेय आनन्द का पीछा करता
एक अन्तहीन विपत्तिदायी दुस्साहसी यात्रा पर चल दिया।
At first no aim appeared in these large steps:
Only the wide source he saw of all things here
Looking towards a wider source beyond.
पहले पहल उन महान्कदमों में कोई उद्देश्य नहीं प्रकटा:
केवल यहां उसने सकल पदार्थों का वह विशाल स्रोत देखा
जो एक और विशालतर उद़्गम की ओर देख रहा था।
For as she drew away from earthly lines,
A tenser drag was felt from the Unknown,
A higher context of delivering thought
Drove her towards marvel and discovery;
There came a high release from pettier cares,
A mightier image of desire and hope,
A vaster formula, a greater scene.
क्योंकि ज्यों ज्यों प्राणशक्ति पार्थिव रेखाओं से दूर हटती जाती,
परम अज्ञेय से आते एक तनावपूर्ण खिंचाव की अनुभूति होती,
मुक्तिदायी विचार का एक उच्चतर प्रकरण
उसे चमत्कार और अनुसंधान की ओर प्रेरित करता;
वहां अब तुच्छ चिन्ताओं से एक उच्चतर विमुक्ति आ पहुंची थी,
यह कामना और आशा की एक अधिक सामर्थ्यशाली प्रतिमा थी,
एक महत्तर विस्तृत सूत्र था, एक विशालतर द़ृश्यावलि थी।
Ever she circled towards some far-off Light:
Her signs still covered more than they revealed;
But tied to some immediate sight and will
They lost their purport in the joy of use,
Till stripped of their infinite meaning they became
A cipher gleaming with unreal sense.
किसी सुदूर स्थित परा-ज्योति कीओर प्राणशक्ति सतत घूमती बढ़ती हैः
अभी भी उसके लक्षण प्रकटाने की अपेक्षा छिपा अधिक रखते;
किन्तु किसी तात्कालिक द़ृष्टि और संकल्प से बंधे
वे उपभोग के सुख में अपना उद्देश्य खो देते,
यहां तक कि अपने शाश्वत तात्पर्य से च्युत हो, वे
कल्पित बोध से चमकते एक सिफर बन जाते।
Armed with a magical and haunted bow
She aimed at a target kept invisible
And ever deemed remote though always near.
एक मायावी बाधा-ग्रसित धनुष से सशस्त्रित
प्राणशक्ति ने अद़ृश्य रखे एक लक्ष्य की ओर निशाना लगाया था
और जिसे सदैव समीप होते हुए भी सतत दूर समझा जाता है।
As one who spells illumined characters,
The key-book of a crabbed magician text,
He scanned her subtle tangled weird designs
And the screened difficult theorem of her clues,
Traced in the monstrous sands of desert Time
The thread beginnings of her titan works,
Watched her charade of action for some hint,[188]
Read the No-gestures of her silhouettes,
And strove to capture in their burdened drift
The dance-fantasia of her sequences
Escaping into rhythmic mystery,
A glimmer of fugitive feet on fleeing soil.
जैसे कोई टेढ़े-सीधे अक्षरों को जादुई विषय की कुंजी पुस्तक से,
प्रदीप्त लिपि के वर्णों के अर्थ करता है,
योगी ने उसकी सूक्ष्म जटिल सनकी योजनाओं की छानबीन की
और उसके समाधान हित कठिन गोपित प्रमेय की परीक्षा की,
त्रिकालीय मरुस्थल की भीषण रेती पर
उसके भीमाकारी कार्यों का आरम्भिक सूत्र खोजा,
उसकी कर्म पहेली की नाटिका में कुछ संकेत पाने हित निरीक्षण किया,
उसके छाया-चित्रों की नाटकीय भाव-भंगिमाओं का अध्ययन किया,
और उनके भावग्रस्त बहाव में उसकी घटनाओं के
उस मायावी-नृत्य समारोह को पकड़ने का प्रयास किया
जो एक लयात्मक रहस्य में पलायन कर रहा था,
उसने अस्थिर धरा पर पलायन करते चरणों की एक झलक धर ली।
In the labyrinth pattern of her thoughts and hopes
And the byways of her intimate desires,
In the complex corners crowded with her dreams
And rounds crossed by an intrigue of irrelevant rounds,
A wanderer straying amid fugitive scenes
He lost its signs and chased each failing guess.
उसके विचारों और आशाओं के उस भ्रमित करते नमूने में
और उसकी अंतरंग कामनाओं की गलियों में,
उसके सपनों के भीड़भरे जटिल नुक्कड़ों में
और उन गोल घेरों में जिन्हें असंगत वृत्तों के एक कुचक्र ने काट डाला था,
अस्थायी द़ृश्यों के मध्य एक पथहारे यात्री सम भटक रहा था
इसके संकेतों को वह खो चुका था और प्रत्येक असफल अनुमान का पीछा करता था।
Ever he met key-words, ignorant of their key.
उसे मूल-शब्द सतत मिलते पर वह उनके अर्थ से अनजान था।
A sun that dazzled its own eye of sight,
A luminous enigma’s brilliant hood
Lit the dense purple barrier of thought’s sky:
A dim large trance showed to the night her stars.
एक सूर्य जो स्वयं अपनी ही द़ृष्टि से चकाचौंध था,
एक दीप्तिमय पहेलिका के तेजस्वी छत्र ने
विचाराकाश की गहरी घनी जामुनीरंग की सीमा को आलोकित किया:
एक धूमिल विशाल समाधि ने रात्रि को उसके तारों को दरशा दिया।
As if sitting near an open window’s gap,
He read by lightning-flash on crowding flash
Chapters of her metaphysical romance
Of the soul’s search for lost Reality
And her fictions drawn from spirit’s authentic fact,
Her caprices and conceits and meanings locked,
Her rash unseizable freaks and mysteried turns.
जैसे कि एक खुली खिड़की के अन्तराल के पास बैठा हो
उसने विद्युत् चमक द्वारा पढ़ डाला प्राणशक्ति के चमकते अध्यायों को
जो उसकी अतीन्द्रिय प्रेम कथा थी, वह पढ़ता गया
प्राण-सत्ता की अपने सत्पुरुष की खोज की प्रणय गाथा को,
और आत्म-तत्त्व के प्रामाणिक तथ्य से ली गयी कहानियों को,
जो उसकी मनमौजी तरंगों और छलावे और बन्द गोपित अर्थों की,
उसकी आवेशी पकड़ में न आयी सनकों और रहस्यमयी प्रवृत्तियों की थीं।
The magnificent wrappings of her secrecy
That fold her desirable body out of sight,
The strange significant forms woven on her robe,
Her meaningful outlines of the souls of things
He saw, her false transparencies of thought-hue,
Her rich brocades with imaged fancies sewn
And mutable masks and broideries of disguise.
उसके माया के भव्य-वेष्टनों ने उसे लपेट कर
उसकी काम्य देह लता को नजरों से छिपा रखा था,
उसकी पोशाक पर विचित्र महत्त्वपूर्ण आकृतियां बुनी हुई थीं,
वस्तुओं की आत्मा में प्राणशक्ति द्वारा किये हुए अर्थों की रूपरेखा को
और उसके विचार-आभा की मिथ्या पारदर्शिता को राजा ने देखा,
उसके राजसी किमख्वाबों को जिन पर कल्पना चित्रों को सीया हुआ था
और विचारशील मुखौटों और छद्मबवेश की कशीदाकारियों को देखा।
A thousand baffling faces of the Truth
Looked at him from her forms with unknown eyes
And wordless mouths unrecognisable
Spoke from the figures of her masquerade,
Or peered from the recondite magnificence
And subtle splendour of her draperies.[189]
ऋत के एक सहस्र विस्मयकारी चेहरों ने योगी को
अनेक रूपों और अनजान नेत्रों से देखा
और शब्दहीन अनभिज्ञात मुखों से
वे उसकी छद्मवेषी आकृतियों में से उससे बोले,
या पर्दों की सूक्ष्म शोभा के
और गुह्यवैभवता के पीछे से उसे झांक देखा।
In sudden scintillations of the unknown,
Inexpressive sounds became veridical,
Ideas that seemed unmeaning flashed out truth;
Voices that came from unseen waiting worlds
Uttered the syllables of the Unmanifest
To clothe the body of the mystic Word,
And wizard diagrams of the occult Law
Sealed some precise unreadable harmony,
Or used hue and figure to reconstitute
The herald blazon of Time’s secret things.
परम अज्ञेय के सहसा चमकते स्फुरणों में,
अर्थशून्य ध्वनियां सार्थक बन गयीं,
निरर्थक दिखते भावों से सत्य की ज्योति चमकती;
अद़ृश्य प्रतीक्षारत लोकों से जोवाचाएं आतीं
वे परम अव्यक्त के स्वरों को उच्चारतीं
उस गुह्य परा-शब्द की देह को वस्त्र पहना देतीं,
उस गुह्य परम विधान के मायावी रेखाचित्रों में
किसी सुनिश्चित अपठनीय सामंजस्य को बन्द कर दिया था,
या त्रिकालीय गोपनीय पदार्थों की अग्रदूती घोषणा को
पुनर्गठित करने को रंग और रूप का प्रयोग किया।
In her green wildernesses and lurking depths,
In her thickets of joy where danger clasps delight,
He glimpsed the hidden wings of her songster hopes,
A glimmer of blue and gold and scarlet fire.
उसके हरित वनों में और छिपे गर्तों में,
हर्ष की उसकी झाड़ियों में जहांविपत्ति सुख से आबद्ध है,
योगी ने प्राणशक्ति की गायिका आशाओं के छिपे पंखों की झांकी पायी,
यह नील और सुनहरी और अग्निल सिंदूरी रंग की एक झलक थी।
In her covert lanes, bordering her chance field-paths
And by her singing rivulets and calm lakes
He found the glow of her golden fruits of bliss
And the beauty of her flowers of dream and muse.
उसकी गुप्त गलियों में, उसके संयोग से मिले कर्म-पथों कीसीमा पर
और उसकी गाती नदियों और शान्त सरोवर के तटों पर
योगी को उसके परमानन्द के स्वर्ण-फलों की दीप्त आभा मिली
और स्वप्न और चिन्तन के उसके पुष्पों की शोभा मिली।
As if a miracle of heart’s change by joy
He watched in the alchemist radiance of her suns
The crimson outburst of one secular flower
On the tree of sacrifice of spiritual love.
जैसे कि हर्ष के हृदय परिवर्तन का एक चमत्कार घटित हो गया हो
उसके सूर्यों की उस कीमियाई दीप्ति में उसने अवलोका
आध्यात्मिक प्रेम के समर्पण के वृक्ष पर
एक इहलौकिक पुष्प की अरुण-लालिमा के विस्फोटन को।
In the sleepy splendour of her noons he saw,
A perpetual repetition through the hours,
Thought’s dance of dragon-flies on mystery’s stream
That skim but never test its murmurs’ race,
And heard the laughter of her rose desires
Running as if to escape from longed-for hands,
Jingling sweet anklet-bells of fantasy.
उसकी दुपहरियों कीतन्द्रिल भव्यता में उसने,
घण्टों के सतत पुनरावर्तन के मध्य अवलोका,
व्याध पतंगों समान विचार का नृत्य जो गुह्यता की धारा को
ऊपर से ही स्पर्श करता परन्तु उसके सरसराते प्रवाहकी परीक्षा नहीं करता,
और उसकी गुलाबी कामनाओं का हास्य सुना
मानों वे कामातुर करों से बच निकलने को भाग रही थीं,
कल्पना के पांवों के घुंघरुओं की मधुर रुनझुन सुनी।
Amidst live symbols of her occult power
He moved and felt them as close real forms:
In that life more concrete than the lives of men
Throbbed heart-beats of the hidden reality:
Embodied was there what we but think and feel,
Self-framed what here takes outward borrowed shapes.
उसकी गुह्यशक्ति के सजीव प्रतीकों के मध्य विचरण करता
वह उन्हें वास्तविक आकारों सम घनिष्ठ अनुभव करता:
जो उस जीवन में मनुष्य जीवनों की अपेक्षा अधिक साकार थे
उस प्रच्छन्न सत् की हृदय-धड़कनों से स्पन्दित थे:
यहां हम जो केवल सोचते और अनुभव करते हैं वहां साकार रूप में था,
यहां जो बाहरी उधार आकृतियां धारण किये है वहां आत्म-रूपायित था।
A comrade of Silence on her austere heights[190]
Accepted by her mighty loneliness,
He stood with her on meditating peaks
Where life and being are a sacrament
Offered to the Reality beyond,
And saw her loose into Infinity
Her hooded eagles of significance,
Messengers of Thought to the Unknowable.
प्राणशक्ति के गम्भीर शिखरों पर वह परम नीरवता का एक सहयोगी
उसके चरम एकाकीपन में उसे स्वीकार कर लिया गया था,
वह उसके साथ समाधि में लीन चोटियों पर खड़ा था
जहां पर जीवन और जीव एक पावन प्रतीक हैं
दोनों परात्पर परम-सत्य को निवेदित हैं,
और उसने देखा उसके अनन्ताकाश में स्वच्छन्द विचरते
प्राणशक्ति के छत्रधारी विशेष महत्ता के गरुड़ोंको,
परम अज्ञेय कीओर जाते उदात्त विचार के सन्देशवाहकों को।
Identified in soul-vision and soul-sense,
Entering into her depths as into a house,
All he became that she was or longed to be,
He thought with her thoughts and journeyed with her steps,
Lived with her breath and scanned all with her eyes
That he might learn the secret of her soul.
आत्मदर्शन और आत्म-बोध में तादात्म्य स्थापित कर,
वह उसकी गहनताओं में ऐसे प्रवेश कर गया जैसे एक घर में हो,
वह जो थी या जो होने की लालसा रखती थी वह वही सब बन गया,
वह उसके विचारों से सोचता और उसके कदमों से यात्रा करता,
उसके श्वास में जीता और उसके नेत्रों से निरीक्षण करता
जिससे कभी उसकी अन्तरात्मा के रहस्य को वह जान सकेगा।
A witness overmastered by his scene,
He admired her splendid front of pomp and play
And the marvels of her rich and delicate craft,
And thrilled to the insistence of her cry;
Impassioned he bore the sorceries of her might,
Felt laid on him her abrupt mysterious will,
Her hands that knead fate in their violent grasp,
Her touch that moves, her powers that seize and drive.
अपने परिद़ृश्य से अभिभूत बना एक साक्षी द्रष्टा,
वह उसके भव्य दर्शन की सजधज और लीला की प्रशंसा करता
और उसके समृद्ध एवं सूक्ष्म शिल्प के चमत्कारों को सराहता,
और उसकी पुकार के आग्रह पर रोमांचित हो उठता;
आवेशपूर्ण उसके सामर्थ्यपूर्ण मायाजालों को उसने सहा
उसकी आकस्मिक रहस्यमयी इच्छाशक्ति द्वारा स्वयं को दांव पर लगा दिया,
और भाग्य को अपनी भीषण पकड़ मेंगूंधनेवाले करों का अनुभव किया
गतिशील करते स्पर्श को और अधिकार कर संचालित करती उसकी शक्तियों का।
But this too he saw, her soul that wept within,
Her seekings vain that clutch at fleeing truth,
Her hopes whose sombre gaze mates with despair,
The passion that possessed her longing limbs,
The trouble and rapture of her yearning breasts,
Her mind that toils unsatisfied with its fruits,
Her heart that captures not the one Beloved.
किन्तु उसने उसके अन्तर में रोती उसकी आत्मा भी देखी
उसकी निष्फल खोजों को जो पलायन करते सत्य को पकड़े थीं,
देखा उसकी आशाओं को जिनकी उदास चितवन निराशा की सहचरी है,
उस रागावेश को जिसने उसके लालायित अंगों को अधिकृत कर लिया था,
उसकी आतुर छातियों की यातना और आह्लाद को देखा,
उसके मन को देखा जो अतृप्त बना निज परिणामों हित श्रमरत रहता है,
उसके हृदय को जो एक भी प्रियतम को पकड़ नहीं रख पाया है।
Always he met a veiled and seeking Force,
An exiled goddess building mimic heavens,
A Sphinx whose eyes look up to a hidden Sun.
सदैव उसे एक अवगुण्ठित और अन्वेषक महाशक्ति ही मिली,
एक निष्कासित देवी जो नकली स्वर्गों को रचती है,
एक ‘स्फिंक्स’ जिसके नेत्र ऊर्ध्व में एक आवृत सूर्यदेव पर टिके हैं।
Ever he felt near a spirit in her forms:
Its passive presence was her nature’s strength;
This sole is real in apparent things,
Even upon earth the spirit is life’s key,[191]
But her solid outsides nowhere bear its trace.
उसकी आकृतियों में योगी को सतत एक आत्मसत्ता की अनुभूति होती:
इसकी निष्क्रिय उपस्थिति प्राणशक्ति के स्वभाव को शक्ति देती;
इन दीखती प्रकट वस्तुओं में यही केवल सत् है,
पृथ्वी पर भी यह आत्म-तत्त्व ही जीवन की कुंजी है,
किन्तु इसके बहिर्स्थूल जगत् में कहीं भी इसका संकेत नहीं है।
Its stamp on her acts is undiscoverable.
इसके कार्यों पर उसकी छाप कहीं नहीं मिलती है।
A pathos of lost heights is its appeal.
Only sometimes is caught a shadowy line
That seems a hint of veiled reality.
खोयी उच्चताओं की एक करुण लालसा ही इसका आकर्षण है
केवल कभी-कभी एक छायिक रेखा पकड़ में आ जाती है
जो अवगुण्ठित सत् का एक संकेत दे जाती है।
Life stared at him with vague confused outlines
Offering a picture the eyes could not keep,
A story that was yet not written there.
प्राणजीवन ने योगी को अनिश्चित सम्भ्रमित बहिर्रेखाओं में से घूरा
और ऐसी एक छवि प्रस्तुत की जिसे नेत्र रख नहीं सके,
एक ऐसी गाथा थी जो अभी तक वहां लिखी नहीं गयी थी।
As in a fragmentary half-lost design
Life’s meanings fled from the pursuing eye.
जीवन के अर्थ जैसे कि एक अर्ध-लुप्त योजना के मात्र कुछ अंश थे
जो उसकी पीछा करती द़ृष्टि से पलायन कर जाते थे।
Life’s visage hides life’s real self from sight;
Life’s secret sense is written within, above.
प्राणशक्ति की मुद्राएं जीवन की सद्वस्तु को द़ृष्टि से छिपा लेती हैं;
जीवन का गुह्य बोध अन्तर में लिखा है, ऊर्ध्व में लिखा है।
The thought that gives it sense lives far beyond;
It is not seen in its half-finished design.
वह विचार जो इसे सार्थकता देता है अति दूर परे बसता है;
वह इसकी अपूर्ण परियोजना में दिखायी नहीं देता है।
In vain we hope to read the baffling signs
Or find the word of the half-played charade.
हमारा इसके भ्रमित संकेतों को पढ़ने की आशा करना व्यर्थ है
या इसकी अर्ध-अभिनीत पहेली कीशब्दपूर्ति की आशा करना।
Only in that greater life a cryptic thought
Is found, is hinted some interpreting word
That makes the earth-myth a tale intelligible.
केवल उस महत्तर प्राण में एक गुह्य विचार मिलता है,
किसी शब्द की परिभाषा में संकेत मिलता है
जो पृथ्वी की पौराणिक-गाथा को एक सुबोध कहानी बना देता है।
Something was seen at last that looked like truth.
अन्त में कुछ दिखायी दे गया जो सत्य समान लगता था।
In a half-lit air of hazardous mystery
The eye that looks at the dark half of truth
Made out an image mid a vivid blur
And peering through a mist of subtle tints
He saw a half-blind chained divinity
Bewildered by the world in which he moved,
Yet conscious of some light prompting his soul.
एक अर्ध-प्रकाशित परिवेश के खतरनाक रहस्य में
उस द़ृष्टि ने जो अर्ध-सत्य के अन्धकार पक्ष को देख सकती थी
एक स्पष्ट मलिनता के मध्य एक छवि का आकार देख सकी
और सूक्ष्म रंगीन आभाओं के एक कुहरे के बीच द़ृष्टि जमा झांकते हुए
उसने एक आधी-अन्धी बेड़ियों में जकड़ी दिव्यता देखी
जो इस लोक में जिसमें वह भ्रमण कर रहा था उससे सम्भ्रमित थी,
फिर भी उसकी आत्मा को प्रेरित करते एक प्रकाश के प्रति सचेत थी।
Attracted to strange far-off shimmerings,
Led by the fluting of a distant Player
He sought his way amid life’s laughter and call
And the index chaos of her myriad steps
Towards some total deep infinitude.
सुदूर की विचित्र चमकती झिलमिलाहटों से आकर्षित हो,
एक दूर के वंशीबजैया की वंशी धुन से परिचालित हो
वह प्राणजीवन के हास्य और आवाहन के मध्य
और उसके कोटि-कोटि चरणों की अस्तव्यस्त सूची से निकल
उसने अपना मार्ग खोजा जो किसी पूर्ण गहन चिरन्तनता कीओर जाता था।
Around crowded the forest of her signs:
At hazard he read by arrow-leaps of Thought
That hit the mark by guess or luminous chance
Her changing coloured road-lights of idea[192]
And her signals of uncertain swift event,
The hieroglyphs of her symbol pageantries
And her landmarks in the tangled paths of Time.
चहुं ओर प्राण के संकेतों से भरे वनों की भीड़ थी।
संकट के समय वह सत्य-विचार के उछलते तीर संधानों से पढ़ लेता
जो अनुमान या दीप्तिपूर्ण संयोग द्वारा निशाने को वेध जाता
प्राणशक्ति के रंग-बदलते भाव के पथ-दीपस्तम्भों को
और उसकी अस्थिर त्वरित घटना के संकेतों को,
उसकी प्रतीक उत्सवों की चित्रलिपियों को
और महाकाल के जटिल मार्गों में उसके पथचिह्नों को पहचान लेता।
In her mazes of approach and of retreat
To every side she draws him and repels,
But drawn too near escapes from his embrace;
All ways she leads him but no way is sure.
उसके आगमन और निष्कासन की भूलभुलैया में
पुरुष को सब ओर से खींचती और धकेलती,
किन्तु अति समीप आने पर वह उसके आलिंगन से बच निकलती,
सकल पथोंसे उसे संचालित करती किन्तु कोई भी निश्चित मार्ग नहीं मिला।
Allured by the many-toned marvel of her chant,
Attracted by the witchcraft of her moods
And moved by her casual touch to joy and grief,
He loses himself in her but wins her not.
उसके आलाप के विविध सुरों के आद़्भुत्य पर मोहित हो,
उसके भावों के मायावी शिल्प पर आकर्षित हो
और उसके हर्ष औ’ शोक के सामान्य स्पर्श से द्रवित हो,
वह स्वयं को उसमें खो देता किन्तु उसे जय नहीं कर पाता।
A fugitive paradise smiles at him from her eyes:
He dreams of her beauty made for ever his,
He dreams of his mastery her limbs shall bear,
He dreams of the magic of her breasts of bliss.
उसके नयनों से एक क्षणिक चपल स्वर्ग उस पर मुस्कुराता:
वह उसके सौन्दर्य को सदा के लिए अपना बनाने का स्वप्न देखता है,
उसके अंगों पर अपने आधिपत्य का सपना देखता है,
उसके कुचों के जादुई सुख भोग का सपना देखता है।
In her illumined script, her fanciful
Translation of God’s pure original text,
He thinks to read the Scripture Wonderful,
Hieratic key to unknown beatitudes.
उसी की तेजस्वी लिपि में, उसका विचित्र काल्पनिक अनुवाद है
परमेश्वर के पावन मूल विषय का जो प्राणशक्ति द्वारा रचित है
उस चमत्कारी दिव्य ग्रन्थ का अध्ययन करने की वह सोचता है,
अनजान आनन्दों को प्राप्त करने की कर्मकाण्डी कुंजी है।
But the Word of Life is hidden in its script,
The chant of Life has lost its divine note.
किन्तु महाप्राण का आदि शब्द इसकी लिपि में गोपित है,
प्राणशक्ति के उस आलाप में इसका दिव्य स्वर खो गया है।
Unseen, a captive in a house of sound,
The spirit lost in the splendour of a dream
Listens to a thousand-voiced illusion’s ode.
अगोचर,नाद के एक गेह में वह बन्दिनी है,
एक स्वप्न कीवैभवता में वह आत्मसत्ता खोयी है
सहस्त्र-वाणियों से गूंजने माया के सम्बोधि-गीत सुनती है।
A delicate weft of sorcery steals the heart
Or a fiery magic tints her tones and hues,
Yet they but wake a thrill of transient grace;
A vagrant march struck by the wanderer Time
They call to a brief unsatisfied delight
Or wallow in ravishments of mind and sense,
But miss the luminous answer of the soul.
माया-जाल का एक कोमल ताना-बाना हृदय हर लेता है
अथवा एक अग्निल जादू उसके भावों औ’ रंगों को आ-रंजित कर देता है,
फिर भी वे क्षणिक कृपा की एक पुलकन ही जगा पाते हैं;
पर्यटक महाकाल द्वारा बजायी गयी एक तरंगी प्रयाण-धुन द्वारा
वे एक क्षणिक असन्तुष्ट हर्ष को ही बुला पाते हैं
या मन और इन्द्रिय के भोगों में डूब जाते हैं,
किन्तु अन्तरात्मा के प्रकाशमय उत्तर को खो देते हैं।
A blind heart-throb that reaches joy through tears,
A yearning towards peaks for ever unreached,
An ecstasy of unfulfilled desire
Track the last heavenward climbings of her voice.
एक अन्ध हृदय-धड़कन जो अश्रुओं के द्वारा आनन्द तक पहुंचती है,
कभी नहीं चढे़ गये शिखरों पर पहुंचने की एक लालसा है,
अधूरी रह गयी कामना का एक हर्षोन्माद पीछा करता है
उसकी वाणी के अन्तिम आरोहों का जो स्वर्ग कीओर उठते हैं।
Transmuted are past suffering’s memories[193]
Into an old sadness’s sweet escaping train:
Turned are her tears to gems of diamond pain,
Her sorrow into a magic crown of song.
Brief are her snatches of felicity
That touch the surface, then escape or die:
A lost remembrance echoes in her depths,
A deathless longing is hers, a veiled self’s call;
A prisoner in the mortal’s limiting world,
A spirit wounded by life sobs in her breast;
A cherished suffering is her deepest cry.
अतीत वेदनाओं की स्मृतियां रूपान्तरित हो जाती हैं
एक पुरातन उदासी की पलायन करती पगडंडी में:
उसके अश्रु पीड़ा के हीरे सम कठोर रत्न बन जाते हैं,
उसका दुःखी रुदन एक गीत में ढल जादुई किरीट बन जाता है
आनन्द के दौर अति क्षणिक हैं
जो केवल सतह स्पर्श करते हैं, और फिर पलायन कर जाते या मिट जाते हैं:
बिसरी यादें उसकी गहनताओं में गूंजती हैं,
एक अमर लालसा उसमें है, एक प्रच्छन्न चैत्य-आत्मा की पुकार है;
इस मर्त्य सीमित जगत् में एक बन्दिनी है
जीवन द्वारा आहत एक आत्मचेतना उसके अन्तर में सिसकती है;
उसी की पोषित एक यन्त्रणा उसके गहन हृदय से उठती चीत्कार है।
A wanderer on forlorn despairing routes,
Along the roads of sound a frustrate voice
Forsaken cries to a forgotten bliss.
परित्यक्त उदास मार्गों पर खोजती भटकती एक पथहारा है,
ध्वनि के पथों के ऊपर एक कुण्ठित वाणी
परित्यक्ता बनी एक विस्मृत सुख हित रोती है।
Astray in the echo caverns of Desire,
It guards the phantoms of a soul’s dead hopes
And keeps alive the voice of perished things
Or lingers upon sweet and errant notes
Hunting for pleasure in the heart of pain.
आदि-कामना की गुंजायमान कन्दराओं में पथभूली अकेली,
यह एक महाप्राण कीमृत-आशाओं के प्रेत पर पहरा देती है
और नष्ट हो चुके पदार्थों की वाचा को जीवित रखती है
या मधुर और भटकते स्वरों पर कुछ ठहर जाती है
पीड़ा के अन्तर में छिपे सुखों का शिकार करती है।
A fateful hand has touched the cosmic chords
And the intrusion of a troubled strain
Covers the inner music’s hidden key
That guides unheard the surface cadences.
उन वैश्विक तन्त्रियों को एक दुर्भाग्य कर ने स्पर्श कर लिया है
और एक व्यथित स्वर के अन्तर्वेधन ने
अन्तर-संगीत की गुप्त कुंजी को ढक दिया है
जो अश्रुत होकर इन धरातली धुनों को संचालित करती है।
Yet is it joy to live and to create
And joy to love and labour though all fails,
And joy to seek though all we find deceives
And all on which we lean betrays our trust;
Yet something in its depths was worth the pain,
A passionate memory haunts with ecstasy’s fire.
तथापि जीवित रहने का और सर्जन का अपना ही आनन्द है
और प्रेम और श्रम में भी आनन्द है यद्यपि सब असफल हो जाता है,
और खोज का अपना आनन्द है यद्यपि सब उपलब्धियां छलती हैं
और उस सब पर जिस पर हम भरोसा करते हैं विश्वासघात करते हैं;
फिर भी इसकी गहनताओं में कुछ है जो पीड़ा का मूल्य चुका देता है,
आनन्द की ज्वाला के साथ एक आवेशमयी स्मृति जुड़ी रहती है।
Even grief has joy hidden beneath its roots:
For nothing is truly vain the One has made:
In our defeated hearts God’s strength survives
And victory’s star still lights our desperate road;
Our death is made a passage to new worlds.
दुःख के मूल में भी सुख छिपा रहता है:
क्योंकि परमैकम् द्वारा रचित सत्य में कुछ भी व्यर्थ नहीं है:
हमारे पराजित हृदयों में प्रभु की शक्ति शेष रहती है
और विजय का तारा अभी भी हमारी हताशा का मार्ग आलोकित करता है;
हमारा निधन नवीन लोकों को जाता एक पथ बन जाता है।
This to Life’s music gives its anthem swell.
यह विश्व-जीवन के संगीत को अपनी वन्दना से उदात्त बना देता है।
To all she lends the glory of her voice;
Heaven’s raptures whisper to her heart and pass,[194]
Earth’s transient yearnings cry from her lips and fade.
प्राणशक्ति समस्त जीवन को निज वाणी की महिमा उधार देती है;
स्वर्ग के प्रहर्ष उसके अन्तर में फुसफुसाते हैं और गुजर जाते हैं,
धरती की क्षणिक लालसाएं उसके ओठों से पुकारती और मिट जाती हैं।
Alone the God-given hymn escapes her art
That came with her from her spiritual home
But stopped half-way and failed, a silent word
Awake in some deep pause of waiting worlds,
A murmur suspended in eternity’s hush:
But no breath comes from the supernal peace:
A sumptuous interlude occupies the ear
And the heart listens and the soul consents;
An evanescent music it repeats
Wasting on transience Time’s eternity.
केवल प्रभु-प्रदत्त ऋचाएं ही उसके कलाचातुर्य से बच पाती हैं
जो उसके आत्मिक धाम से उसके साथ आयी थीं
किन्तु आधे मार्ग पर रुक गयीं और असफल हो गयीं,
एक मौन शब्द प्रतीक्षारत लोकों के किसी गहन विराम में जागा था,
अब शाश्वतता की नीरवता में एक निलम्बित मरमराहट है:
किन्तु परात्पर शान्ति से वहां कोई श्वास नहीं आता है:
एक भव्य राजसी अवकाश-संगीत का अब श्रवणों पर अधिकार है
और यह हृदय में गूंजता है और जीव द्वारा स्वीकृत है;
एक क्षणिक संगीत को यह दोहराती रहती है
महाकाल की शाश्वतता को नश्वरतापर व्यर्थ गंवाती है।
A tremolo of the voices of the hours
Oblivious screens the high intended theme
The self-embodying spirit came to play
On the vast clavichord of Nature-Force.
घण्टों की वाणियों का एक ध्वनि-कम्पन
उस उच्च अभीष्ट मूल संगीत-धुन को विस्मृति से ढक देता है
जिसे स्वयंदेहधारिणी आत्मा विश्व-प्रकृति ऊर्जा के
विशाल आदि स्वर-तन्त्री साज पर बजाने आयी थी।
Only a mighty murmur here and there
Of the eternal Word, the blissful Voice
Or Beauty’s touch transfiguring heart and sense,
A wandering splendour and a mystic cry,
Recalls the strength and sweetness heard no more.
पर अब केवल यहां-वहां उस शाश्वत आदि परम-शब्द की
एक शक्तिशाली गुंजन है, परम आनन्दमयी वाचा है
या दिव्य सौन्दर्य का रूपान्तरकारी स्पर्श हृदय और इन्द्रियों को मिलता है,
एक परिव्राजक भव्यता और एक गुह्य आवाहन है,
अब जो सुनायी नहीं देता पर उस विस्मृत शक्ति और माधुर्य की याद दिलाता है।
Here is the gap, here stops or sinks life’s force;
This deficit paupers the magician’s skill:
This want makes all the rest seem thin and bare.
A half-sight draws the horizon of her acts:
Her depths remember what she came to do,
But the mind has forgotten or the heart mistakes:
In Nature’s endless lines is lost the God.
यही वह दरार है, जहां पर प्राण-शक्ति ठहर जाती या डूब जाती हैः
यही न्यूनता उस मायाविनी के कौशल को दरिद्र बना देती है:
यही अभाव बाकी सकल को क्षीण और नग्न कर देता है
एक अर्ध-द़ृष्टिकोण उसके कर्मों की क्षितिज सीमा आंकता है:
वह क्या करने आयी थी यह स्मृति उसके गर्तों में विद्यमान है,
किन्तु मन भूल गया है या इस हृदय का दोष है:
प्राण-प्रकृति की अनन्त प्रणालियों में प्रभु कहीं खो गया है।
In knowledge to sum up omniscience,
In action to erect the Omnipotent,
To create her Creator here was her heart’s conceit,
To invade the cosmic scene with utter God.
सर्वज्ञता को ज्ञान में समाहार करना,
सर्वशक्तिवान् को कर्म में स्थापित करना,
अपने सृष्टिकर्ता की यहां पर रचना यही उसके हृदय की ललक थी,
परिपूर्ण प्रभु को साथ ले इस ब्रह्माण्डीय द़ृश्य पर आक्रमण करना है।
Toiling to transform the still far Absolute
Into an all-fulfilling epiphany,
Into an utterance of the Ineffable,
She would bring the glory here of the Absolute’s force,[195]
Change poise into creation’s rhythmic swing,
Marry with a sky of calm a sea of bliss.
सुदूर स्थित परंतप शिव को
एक सर्व सिद्धिदायक प्रभु प्रकाश में रूपान्तरित करने को श्रमरत है,
उस अनिर्वचनीय ब्रह्म को एक उच्चारण में बदलने को
यह प्राणशक्ति परमेश्वर की आदिशक्ति की महिमा यहां उतार लायेगी,
स्थिर विराम को सर्जन के संगीतमय दोलन में बदल देगी,
एक शान्त गगन के साथ एक आह्लाद के सागर को जोड़ देगी।
A fire to call eternity into Time,
Make body’s joy as vivid as the soul’s,
Earth she would lift to neighbourhood with heaven,
Labours life to equate with the Supreme
And reconcile the Eternal and the Abyss.
त्रिकाल में शाश्वतता को पुकारती एक अभीप्सा की अग्नि है,
इस काया के हर्ष को आत्मानन्द के सम निर्मल शुद्ध करने की,
इस पृथ्वी को उन्नत कर स्वर्ग का समकक्ष बनाने की,
प्राण को पुरुषोत्तम के समान उदात्त बनाने को श्रम करती है
और चिरन्तन ब्रह्म और घोर रसातल का सामञ्जस्य कराती है।
Her pragmatism of the transcendent Truth
Fills silence with the voices of the gods,
But in the cry the single Voice is lost.
उस परात्पर-सत्य के प्रति उसकी यह व्यावहारिकता है
नीरवता को देवताओं की वाचाओ से भर देती है,
किन्तु उस कोलाहल में वह एकाकी परम वाक् खोजती है।
For Nature’s vision climbs beyond her acts.
क्योंकि परा-प्रकृति की द़ृष्टि प्राणशक्ति के कार्यों से परे देखती है।
A life of gods in heaven she sees above,
A demi-god emerging from an ape
Is all she can in our mortal element.
स्वर्ग के देवताओं के जीवन से भी ऊपर देखती है,
एक वानर से एक अर्ध देव का विकास कर पायी है
हमारे नश्वर तत्त्व में बस प्राणशक्ति इतना ही कर सकी है।
Here the half-god, the half-titan are her peak:
This greater life wavers twixt earth and sky.
यहां पर अर्ध-देव और अर्ध-दानव तक ही उसकी पराकाष्ठा है:
यह महत्तर प्राणजीवन धरा और आकाश के मध्य झूलता है।
A poignant paradox pursues her dreams:
Her hooded energy moves an ignorant world
To look for a joy her own strong clasp puts off:
In her embrace it cannot turn to its source.
एक तीखा कटु विरोधाभास उसके सपनों के पीछे पड़ा है:
उसकी आच्छन्न ऊर्जा एक अज्ञ संसार का संचालन
एक आनन्द की खोज हित करती है पर इसी की द़ृढ़ पकड़ रोक देती है:
इसके आलिंगन में बद्ध यह जग अपने मूल स्रोत की ओर नहीं मुड़ सकता।
Immense her power, endless her act’s vast drive,
Astray is its significance and lost.
इसका बल प्रचण्ड है, इसके कर्म का विशाल संचालन है,
इसमें उस जग की महत्ता भटक कर खो गयी है।
Although she carries in her secret breast
The law and journeying curve of all things born
Her knowledge partial seems, her purpose small;
On a soil of yearning tread her sumptuous hours.
यद्यपि यह शक्ति निज गुह्य अन्तर में वहन कर लिये चलती है
सकल जात पदार्थों का विधान और उनकी यात्रा की वक्र रेखा को
पर उसका ज्ञान आंशिक और उद्देश्य सीमित लगता है;
कामना लालसा की एक भूमि पर उसके बहुमूल्य घण्टे गुजरते हैं।
A leaden Nescience weighs the wings of Thought,
Her power oppresses the being with its garbs,
Her action prisons its immortal gaze.
एक बोझिल जड़-निश्चेतना उदास-विचार के पंखों पर बैठी है,
उसका बल अपने आवरणों से जीव को सताता रहता है,
उसके कर्म चैत्य सत्ता की अमर द़ृष्टि को बन्दी बनाये हैं।
A sense of limit haunts her masteries
And nowhere is assured content or peace:
For all the depth and beauty of her work
A wisdom lacks that sets the spirit free.
एक सीमित बोध प्राणशक्ति के चातुर्यों का पीछा करता है
और कहीं भी सन्तोष या शान्ति का आश्वासन नहीं हैः
क्योंकि इसके कृत्य की समस्त गहराई और शोभा में
एक प्रज्ञा का अभाव है जो जीवात्मा को मुक्त करती है।
An old and faded charm had now her face
And palled for him her quick and curious lore;
His wide soul asked a deeper joy than hers.[196]
एक पुरातन और धुंधला लावण्य ही अब उसके मुख पर है
और उसका चपल विलक्षण कौशल योगी को लुभा न पाया;
उसकी विशाल आत्मा ने एक गम्भीरता सुख को मांगा।
Out of her daedal lines he sought escape;
But neither gate of horn nor ivory
He found nor postern of spiritual sight.
उसकी गोरखधंधी सीमाओं से बहार निकलने का मार्ग वह खोजने लगा;
किन्तु उसे कहीं भी सींग या हाथी दांत का बना द्वार नहीं मिला
न ही पीछे की ओर कोई आध्यात्मिक द़ृष्टि का बचाव पथ पाया।
There was no issue from that dreamlike space.
उस स्वप्न सम दिशा से कोई निर्गमन पथ वहां नहीं था।
Our being must move eternally through Time;
Death helps us not, vain is the hope to cease;
A secret Will compels us to endure.
हमारे जीव को मानों चिरकाल तक वहां विचरण करना होता है;
मृत्यु हमारी सहायक नहीं है, मिट जाने की आशा व्यर्थ है;
एक गुह्य संकल्प हमें सहने को बाध्य करता है।
Our life’s repose is in the Infinite;
It cannot end, its end is Life supreme.
हमारे जीवन कीविश्रान्ति चिरन्तनता में है;
इसका अन्त नहीं हो सकता, इसका अन्त सर्वोच्च दिव्य जीवन है।
Death is a passage, not the goal of our walk:
Some ancient deep impulsion labours on:
Our souls are dragged as with a hidden leash,
Carried from birth to birth, from world to world,
Our acts prolong after the body’s fall
The old perpetual journey without pause.
मृत्यु तो केवल एक मार्ग है, हमारी जीवन-यात्रा का लक्ष्य नहीं है:
कोई आदि गम्भीर अन्तर्वेद सतत श्रमरत रहता है:
हमारी जीवात्माएं ऐसे घसीटी जाती हैं जैसे किसी गुप्त फट्टे से बंधी,
जन्म से जन्मान्तरों तक, लोक से लोकान्तरों तक ले जायी जाती हैं,
इस देह-निधन के पश्चात् भी हमारे कर्म जारी रहते हैं
वही पुरातन अविराम यात्रा सतत चलती रहती है।
No silent peak is found where Time can rest.
कोई नीरव शिखर नहीं मिलता जहां पर समय विश्राम ले सके।
This was a magic stream that reached no sea.
यह एक मायावी सरिता थी जो किसी सागर में नहीं मिलती।
However far he went, wherever turned,
The wheel of works ran with him and outstripped;
Always a farther task was left to do.
जितनी भी दूर वह भटका, जहां कहीं भी घूमा,
कर्मों का चक्र उसके साथ दौड़ता और आगे बढ़ जाता;
सदैव एक आगामी कार्य करने को बाकी रह जाता।
A beat of action and a cry of search
For ever grew in that unquiet world;
A busy murmur filled the heart of Time.
उस अशान्त सागर में कर्म की एक धड़कन
और संधान की एक पुकार सदैव गुंजित रहती;
महाकाल के अन्तर को एक व्यस्तता की गूंज सतत भरती रहती।
All was contrivance and unceasing stir.
समस्त यान्त्रिकता और अविराम होती हलचल थी।
A hundred ways to live were tried in vain:
A sameness that assumed a thousand forms
Strove to escape from its long monotone
And made new things that soon were like the old.
जीवित रहने को सैकड़ों विधियों का प्रयोग निष्फल रहा:
एक-समान रूपता जिसने सहस्र आकारों को धारण कर रखा था।
अपनी दीर्घ एकरसता से बच निकलने का प्रयास करती
और नवीन वस्तुओं का निर्माण करती जो शीघ्र पुराने जैसी ही दिखने लगतीं।
A curious decoration lured the eye
And novel values furbished ancient themes
To cheat the mind with the idea of change.
एक विलक्षण सजावट नेत्रों को लुभाती
और नये मूल्यों से प्राचीन प्रसंगों को मांजती
जिससे परिवर्तन के विचार सेमनको छला जा सके।
A different picture that was still the same
Appeared upon the cosmic vague background.
एक भिन्न चित्र जो अभी भी वैसा ही था
उस प्राण-विश्व की धूमिल पृष्ठभूमि पर प्रकटा।
Only another labyrinthine house
Of creatures and their doings and events,
A city of the traffic of bound souls,[197]
A market of creation and her wares
Was offered to the labouring mind and heart.
केवल यह दूसरा भूलभूलैया का भवन
उसी के प्राणियों का और उनके कृत्यों और घटनाओं का था,
बाध्य-जीवों के आवागमन का एक नगर था,
प्राण की सृष्टि और उसके रचित माल की एक मण्डी थी,
जो वहां पर श्रम में लगे मन और हृदय को भेंट दी गयी थी।
A circuit ending where it first began
Is dubbed the forward and eternal march
Of progress on perfection’s unknown road.
जहां से यह आरम्भ हुई थी वहीं समाप्त होती एक परिक्रमा थी
परिपूर्णता के अज्ञात पथ पर प्रगति करती
इसे ही अग्रगामी और चिर-प्रयाण यात्रा के नाम से पुकारा गया है।
Each final scheme leads to a sequel plan.
प्रत्येक अन्तिम योजना एक उत्तरवर्ती परियोजना को आरम्भ करती।
Yet every new departure seems the last,
Inspired evangel, theory’s ultimate peak,
Proclaiming a panacea for all Time’s ills
Or carrying thought in its ultimate zenith flight
And trumpeting supreme discovery;
Each brief idea, a structure perishable,
Publishes the immortality of its rule,
Its claim to be the perfect form of things,
Truth’s last epitome, Time’s golden best.
But nothing has been achieved of infinite worth:
A world made ever anew, never complete,
Piled always half-attempts on lost attempts
And saw a fragment as the eternal Whole.
तथापि प्रत्येक नयी विदाई अन्तिम जैसी ही दिखती है,
अनुप्राणित देव गाथा, सिद्धान्त का चरम शिखर लगती है,
सकल युगों के पापोंसे मुक्ति हित रामबाण घोषित की जाती है
या विचार को अपनी अंतिम चरम उड़ान तक उठा देती है
और परम सिद्धि का ढोल पीट डालती है;
प्रत्येक क्षणिक भाव, एक नाशवान संरचना है,
अपने शासन की अमरता का प्रचार करती है
अपनी वस्तुओं के परिपूर्णाकार का दावा करती है,
परम सत्य का अन्तिम शिखर होने का, महाकाल के सर्वश्रेष्ठ स्वर्णयुग का दावा करती है
किन्तु चिर-महत्त्व की कोई भी सिद्धि नहीं मिलती है;
एक सतत नवीनता में रचित होता संसार है, पर कभी पूर्णता नहीं पा सका,
इसने विगत प्रयासों पर सदा अर्ध प्रयत्नों को लादा
और एकांशकोशाश्वत समग्रता सम देखा।
In the aimless mounting total of things done
Existence seemed a vain necessity’s act,
A wrestle of eternal opposites
In a clasped antagonism’s close-locked embrace,
A play without dénouement or idea,
A hunger march of lives without a goal,
Or, written on a bare blackboard of Space,
A futile and recurring sum of souls,
A hope that failed, a light that never shone,
The labour of an unaccomplished Force
Tied to its acts in a dim eternity.
सम्पादित वस्तुओं के इस लक्ष्यहीन चढ़ते योग-फल में
यह सृष्टि एक निष्फल आवश्यक कार्य जैसी दिखती है
चिर-द्वन्द्वों की एक अविराम कुश्ती जैसी
आबद्ध प्रतिरोधियों की गुत्थम-गुत्था का आलिंगन है,
उपसंहार अथवा भाव-विहीन एक नाटक है,
प्राणियों का एक ध्येय-हीन एक अतृप्त प्रयाण है,
या अन्तराकाश की एक रिक्त काली तख्ती पर लिखित,
जीवों का एक निरर्थक और पुनरावर्ती हिसाब है,
एक असफल आशा है, कभी जो उज्ज्वल नहीं हो पाया ऐसा प्रकाश है,
एक असिद्ध दिव्य ऊर्जा का यह घोर परिश्रम है
जो निज कर्मों से एक धूमिल शाश्वतता से बंधी है।
There is no end or none can yet be seen:
Although defeated, life must struggle on;
Always she sees a crown she cannot grasp;
Her eyes are fixed beyond her fallen state.
वहां कोई अन्त नहीं है या अभी तो कुछ दिखता नहीं हैः
यद्यपि पराजित है, जीवन को संघर्ष करते रहना है,
उसे सदैव एक उच्चता दिखायी देती है पर उसे पकड़ नहीं सकती;
अपनी पतित-दशा से परे उसके नयन जुड़े हैं।
There quivers still within her breast and ours
A glory that was once and is no more,[198]
Or there calls to us from some unfulfilled beyond
A greatness yet unreached by the halting world.
उसके और हमारे अन्तर में अभी तक एक गरिमा स्पन्दित है
जो कभी हमारी थी और अब नहीं है,
या हमारे लिए किसी असिद्ध परलोक से एक महत्ता का आवाहन आता है
पर जिस तक यह लड़खड़ाता संसार अभी पहुंच नहीं पाया है।
In a memory behind our mortal sense
A dream persists of larger happier air
Breathing around free hearts of joy and love,
Forgotten by us, immortal in lost Time.
हमारे मर्त्य इन्द्रियबोध के पीछे एक स्मृति पटल पर
महत्तर सुखतर वातावरण का एक स्वप्न सतत बना रहता है
जो मुक्त हृदयों के हर्ष और प्रेम में हमारे पास ही श्वासित है,
हम उसे भूल चुके हैं पर लुप्त भूतकाल में यह अमर है।
A ghost of bliss pursues her haunted depths;
For she remembers still though now so far
Her realm of golden ease and glad desire
And the beauty and strength and happiness that were hers
In the sweetness of her glowing paradise,
In her kingdom of immortal ecstasy
Half-way between God’s silence and the Abyss.
आनन्द का एक प्रेत प्राण-शक्ति की गहनताओं में अभी बसा है;
यद्यपि अब बहुत पीछे की बात है पर उसे अभी तक याद है,
अपनी स्वर्ण विश्रान्ति की प्रसादमयी कामना के राज्य की
और उस शोभा और शक्ति और प्रसन्नता की
जो उसके जगमगाते स्वर्ग की माधुरी में उसी के थे,
अमर भावभरे आत्माह्लाद के उसके साम्राज्य थे
जो प्रभु की नीरव शान्ति और घोरतम गर्त के मध्य स्थित थे।
This knowledge in our hidden parts we keep;
Awake to a vague mystery’s appeal,
We meet a deep unseen Reality
Far truer than the world’s face of present Truth:
We are chased by a self we cannot now recall
And moved by a Spirit we must still become.
यह ज्ञान अपने गुह्य भागों में हम छिपाये हैं;
एक अस्पष्ट रहस्यपूर्ण आवेदन के प्रति सजग हो
हम एक गहन अद़ृश्य सद्वस्तु को भेंटते हैं जिसका मुखमण्डल
इस संसार के विद्यमान चरम सत्य के आनन से अधिक सत्य है;
एक आत्मभाव हमारा पीछा करता है जिसकी हमें याद नहीं है
और एक परम चेतना की ओर संचालित होते हैं जो हमें अभी बनना है।
As one who has lost the kingdom of his soul,
We look back to some god-phase of our birth
Other than this imperfect creature here
And hope in this or a diviner world
To recover yet from Heaven’s patient guard
What by our mind’s forgetfulness we miss,
Our being’s natural felicity,
Our heart’s delight we have exchanged for grief,
The body’s thrill we bartered for mere pain,
The bliss for which our mortal nature yearns
As yearns an obscure moth to blazing Light.
जो अपनी आत्मा की सत्ता खो चुका है उस व्यक्ति के जैसे,
हम अपने जन्म के किसी भागवत पक्ष को पीछे मुड़ देखते हैं
जो यहां के इस वर्तमान त्रुटिपूर्ण प्राणी से भिन्न है
और इस लोक में या एक दिव्यतर लोक में उसे फिर से
स्वर्ग की धीर सुरक्षा से निकाल लाने की आशा करते हैं
जिसे अपनी मन की विस्मृति के कारण हमने खो दिया है,
यही हमारी सत्ता का स्वाभाविक आत्मसुख है,
अपने हृदय के आनन्द को हमने शोक में बदल दिया है,
इस शारीरिक स्पन्दन का हमने पीड़ा से सौदा कर लिया है,
उस भागवत सुख हित हमारी नश्वर प्रकृति ऐसी लालायित है,
जैसे एक दीनहीन पतंगा परा-ज्योति के लिए ललकता है।
Our life is a march to a victory never won.
हमारा जीवन एक विजय-प्रयाण है पर विजय कभी नहीं पा सका।
This wave of being longing for delight,
This eager turmoil of unsatisfied strengths,
These long far files of forward-striving hopes
Lift worshipping eyes to the blue Void called heaven
Looking for the golden Hand that never came, [199]
The advent for which all creation waits,
The beautiful visage of Eternity
That shall appear upon the roads of Time.
आनन्द हित लालायित होते प्राणी की यह तरंग
अतृप्त बलों की यह व्याकुल छटपटाहट,
अग्रिम प्रयासरत आशाओं की ये लम्बी दूर तक फैली पंक्तियां
सब भक्ति से भरे नयनों को स्वर्ग नाम के नील शून्याकाश कीओर उठाये
देख रही हैं उस स्वर्णिम स्वस्तिकर को जो कभी नहीं आया,
वह अवतरण जिसकी प्रतीक्षा सकल सृष्टि करती है
चिरन्तनता का वह मनोहर सुन्दर मुखड़ा है
जो पार्थिव काल के पथों पर अवश्य प्रकटेगा।
Yet still to ourselves we say rekindling faith,
“Oh, surely one day he shall come to our cry,
One day he shall create our life anew
And utter the magic formula of peace
And bring perfection to the scheme of things.
तथापि श्रद्धा को पुनः प्रज्वलित करते हम स्वयं से कहते हैं
‘‘ओह, निश्चय ही उसे हमारी पुकार सुन एक दिन आना होगा,
एक दिन हमारे जीवनों का वह नव निर्माण करेगा
और शान्ति का चमत्कारी महामन्त्र उच्चारण करेगा
और पदार्थों की योजना में परिपूर्णता ले आयेगी।
One day he shall descend to life and earth,
Leaving the secrecy of the eternal doors,
Into a world that cries to him for help,
And bring the truth that sets the spirit free,
The joy that is the baptism of the soul,
The strength that is the outstretched arm of Love.
एक दिन वह जीवन और धरती पर अवश्य उतरेगा,
शाश्वती के द्वारों के पीछे छिपी गोपनीयता को त्याग
सहायता हित इस सतत पुकारती पृथ्वी पर वह उतर आयेगा,
और उस आत्म-मुक्तिदातासत्य को साथ लायेगा,
एवं उस आनन्द को जो आत्मा का विशुद्ध-भाव है,
भागवत प्रेम के प्रशस्त वरदहस्त की शक्तिले आयेगा।
One day he shall lift his beauty’s dreadful veil,
Impose delight on the world’s beating heart
And bare his secret body of light and bliss.”
एक दिन वह निज सौन्दर्य पर से भीषण अवगुण्ठन उठा लेगा,
और जगत् के धड़कते ह्रदय पर आनन्द सुख को आरोपित कर
और ज्योति तथा सुखानन्द की निज गुह्य देह प्रकटा देगा।’’
But now we strain to reach an unknown goal:
There is no end of seeking and of birth,
There is no end of dying and return;
The life that wins its aim asks greater aims,
The life that fails and dies must live again;
Till it has found itself it cannot cease.
किन्तु अभी तो हम एक अज्ञात लक्ष्य की ओर पहुंचने को संघर्षरत हैं:
जन्म और खोज का अभी यहां कोई अन्त नहीं है,
मृत्यु और आवागमन की भी इति नहीं है;
जो जीवन अपने लक्ष्य में सफल होता है वह महत्तर लक्ष्यों को मांगता है,
जो जीवन असफल हो मृत्यु को पाता है वह पुनः जन्म लेता है,
जब तक यह आत्मप्राप्ति नहीं कर लेता यह रुक नहीं सकता है।
All must be done for which life and death were made.
जिसके लिए यह जन्म-मृत्यु रचे गये थे उस सबको पूरा करना होगा।
But who shall say that even then is rest?
किन्तु कौन कह सकता है कि तब भी विश्राम मिलेगा?
Or there repose and action are the same
In the deep breast of God’s supreme delight.
या प्रभु की गहन आन्तरिकता के परमानन्द में
विश्राम और कर्म दोनों एकरूप हैं।
In a high state where ignorance is no more,
Each movement is a wave of peace and bliss,
Repose God’s motionless creative force,
Action a ripple in the Infinite
And birth a gesture of Eternity.
एक उत्तमावस्था है जहां अज्ञान का अस्तित्व नहीं है,
प्रत्येक गति शान्ति और सुख की एक लहर है
विश्रान्ति ईश्वर की अचल सर्जन शक्ति है,
कर्म उस अनन्त-तत्त्व में एक उर्मि है
और जन्म उस चिरन्तनता की एक भंगिमा है।
A sun of transfiguration still can shine
And Night can bare its core of mystic light;
The self-cancelling, self-afflicting paradox
Into a self-luminous mystery might change,[200]
The imbroglio into a joyful miracle.
रूपान्तरकारी एक सूर्य अभी भी चमक सकता है
और तमस्-रात्रि निज गुह्य प्रकाशमय मर्मस्थल उद़्घाटित कर सकती है;
यह स्वयं को मिटाता, आत्मघाती विरोधाभास
एक आत्म-दीप्तिमयी गुह्यता में परिवर्तित हो सकता है,
यह अव्यवस्थित जटिलता एक सुखद चमत्कार में।
Then God could be visible here, here take a shape;
Disclosed would be the spirit’s identity;
Life would reveal her true immortal face.
तब प्रभु यहां पर एक आकार में द़ृष्टिगोचर हो सकेगा,
जीवात्मा का परिचय भी प्रकाश में आ प्रकट हो जायेगा;
प्राण-जीवन अपना वास्तविक अमरानन प्रकटा देगा।
But now a termless labour is her fate:
In its recurrent decimal of events
Birth, death appear as its vibrating point;
The old question-mark margins each finished page,
Each volume of her effort’s history.
किन्तु अभी तो एक बिना शर्त का श्रम ही उसका भाग्य हैः
घटनाओं के इसके पुनरावर्ती दशमलव में
जन्म, मृत्यु इसके स्पन्दनशील बिन्दुओं सम प्रकट होते हैं;
वही पुराना प्रश्न-चिह्न प्रत्येक पूर्ण-पृष्ठ के उपांत पर चिपका है,
उसके प्रयत्न के इतिहास का प्रत्येक पृष्ठ एक ग्रन्थ है।
A limping Yes through the aeons journeys still
Accompanied by an eternal No.
अभी तक इन युगान्तरीय यात्राओं के मध्य एक पंगु महास्वीकृति
एक सनातन दैवी निषेध के साथ चलती है।
All seems in vain, yet endless is the game.
सब अर्थहीन जैसा लगता है, फिर भी यह खेल अन्तहीन है।
Impassive turns the ever-circling Wheel,
Life has no issue, death brings no release.
अविराम घूमता कर्म-चक्र उदासीन घूमता जाता है,
प्राण-जीवन का कोई समाधान नहीं है, मृत्यु भी मुक्ति नहीं दे पाती है।
A prisoner of itself the being lives
And keeps its futile immortality;
Extinction is denied, its sole escape.
अपनी ही स्वयं की बन्दिनी बनी यह सत्ता जीती है
और अपनी निस्सार अमरता को साथ रखती है;
निर्वाण निषेधित है जो इसका एकमात्र बचाव है।
An error of the gods has made the world.
देवताओं की एक त्रुटि द्वारा यह जगती रची गयी है।
Or indifferent the Eternal watches Time[201]
अथवा उदासीन विरक्त चिरन्तन प्रभु महाकाल पर पहरा देता है।
END OF CANTO SIX