When we progress towards inculcating beautiful thoughts, mastery of the mind, beautiful and noble sentiments and feelings, mastery over vital impulses, we are actually serving Her.
One can be a yogi without being great and also one can be great without being a yogi. We take a look at the possible meeting of the two kinds of perfection in a human being.
मध्य प्रदेश में हुई इस वार्ता में हम देखते हैं की किस तरह हम कई सारी पहचान लेकर घूमते हैं जिनका वास्तविकता में कोई मोल नहीं होता, कोनसी वह पहचान हे जो सच में हमारी हे, कैसे उसे समझा और पाया जा सकता हे।
इस हिंदी वार्ता में हम जानते हैं की सत्य निष्ठा कितनी आवश्यक हे। बाहरी रूप में हमे कितना ही कुछ मिला हो परंतु यदि हम सत्य निष्ठ नहीं हैं तो परमात्मा द्वारा दिए गए सुंदर से सुंदर उपहार का भी लाभ नहीं ले सकते।
Silence is powerful in the sense that it is filled with infinity. It is akin to the zero state through which one passes on the way to the eternal consciousness in its dynamic aspects.